वारसा। पेंटागन ने युद्धग्रस्त यूक्रेन को मिग-29 लड़ाकू विमान देने की किसी भी योजना से इंकार किया और कहा कि इससे खतरा काफी बढ़ सकता है। पेंटागन ने कहा कि इससे यूक्रेनी वायुसेना की क्षमता पर कोई अहम प्रभाव नहीं पड़ेगा।
गौरतलब है कि पोलैंड ने कहा था कि वह मिग-29 विमानों को उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) को सौंपने के लिए तैयार है, जिसे बाद में यूक्रेन तक पहुंचाया जा सकता है। पेंटागन के प्रेस सचिव जॉन किर्बी ने पत्रकारों से कहा कि रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने बुधवार को पोलैंड के अपने समकक्ष से बात की और उन्हें अमेरिकी आकलन के बारे में बताया।
उन्होंने कहा कि अमेरिका अन्य विकल्पों पर काम कर रहा है जिसके तहत यूक्रेन को अधिक महत्वपूर्ण सैन्य मदद प्रदान की जा सकती है। किर्बी ने कहा कि अमेरिकी खुफिया तंत्र के अनुसार इसे तनाव बढ़ाने वाला कदम माना जा सकता है और इससे रूस एक और बढ़ी कार्रवाई करने की तरफ बढ़ सकता है।
पोलैंड के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में घोषणा की कि वह जर्मनी में यूएस रैमस्टीन एयरबेस को तुरंत और नि:शुल्क विमान मुहैया कराने के लिए तैयार है। अमेरिका के रक्षा मंत्रालय ने बुधवार को भी कहा था कि यह प्रस्ताव 'तर्कसंगत नहीं' है और इससे नाटो के लिए गंभीर चिंताएं पैदा होती हैं।
इस बीच अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस वारसा पहुंच गई हैं। वे यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के बीच हजारों लोगों को देश से निकालने में किए गए सहयोग के लिए पोलैंड का शुक्रिया अदा करेंगी। हैरिस शुक्रवार को बुखारेस्ट की यात्रा भी करेंगी, जहां वे रोमानिया के राष्ट्रपति क्लाउस इओहानिस से मुलाकात करेंगी।