कीव। रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध जारी है। आज इसका 14वां दिन है। रूस यूक्रेन के इलाकों पर लगातार बमबारी कर रहा है। इस बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की के कई बयान सामने आए हैं। एक तरफ वे नाटो से निराशा व्यक्त कर रहे हैं।
दूसरी ओर उन्होंने सख्त तेवर दिखाते हुए रूसी सैनिकों को देश छोड़कर जाने को कहा है। जेलेंस्की ने कहा है कि वे अंत तक सरेंडर नहीं करने वाले हैं। यूक्रेन के राष्ट्रपति ने अमेरिका-पोलैंड से लड़ाकू विमानों की मांग की है।
जेलेंस्की ने जोर देकर कहा है कि अब रूसी सैनिकों को सरेंडर करना पड़ेगा। उन्हें हर कीमत पर यूक्रेन की धरती को छोड़ना होगा। उन्होंने कहा कि यूक्रेनी सेना अपनी जमीन बचाने के लिए अंत तक लड़ने वाली है। जेलेंस्की का ये बयान हैरान करने वाला है क्योंकि कुछ घंटे पहले ही उन्होंने कहा था कि वे रूस से फिर बातचीत करने को तैयार हैं।
पोलैंड को विमान देने को तैयार यूक्रेन : पोलैंड के प्रधानमंत्री ने बुधवार को कहा कि उनका देश यूक्रेन को रूस निर्मित अपने मिग लड़ाकू विमानों की नाटो के माध्यम से आपूर्ति करने के लिए तैयार है।
उन्होंने कहा कि यह एक बहुत गंभीर फैसला है, जो उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) के सभी सदस्य देशों द्वारा किया जाना चाहिए क्योंकि यह व्यापक सुरक्षा को प्रभावित करता है।
प्रधानमंत्री मेतयुस्ज मोरावेकी ने कहा कि रूस के आक्रमण का मुकाबला कर रहे यूक्रेन को मिग-29 लड़ाकू विमान उपलब्ध कराने के सवाल पर फैसला करना अब नाटो और अमेरिका पर निर्भर करता है।
प्रधानमंत्री ने वियना की यात्रा पर कहा कि इस युद्ध में पोलैंड कोई पक्ष नहीं है और नाटो भी इस युद्ध में एक पक्ष नहीं है। उन्होंने कहा कि विमान सौंपने जैसा, इस तरह का एक गंभीर फैसला जरूरत ही आम सहमति से और एक स्वर से नाटो के सभी सदस्य देशों द्वारा किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस विषय पर वार्ता जारी है।
उल्लेखनीय है कि अमेरिका और पश्चिमी देशों से यूक्रेन लड़ाकू विमान उपलब्ध कराने की अपील कर रहा है। पोलैंड ने अपने विमान जर्मनी में एक अमेरिकी सैन्य अड्डे पर भेजने की पेशकश करते हुए मंगलवार को इसका जवाब दिया। पोलैंड ने साथ ही यह उम्मीद जताई कि उसके बाद विमानों को यूक्रेन के पायलट को सौंप दिया जाएगा। अमेरिकी रक्षा विभाग पेंटागन ने यह कहते हुए प्रतिक्रिया व्यक्त की है कि वह इस योजना से अवगत नहीं है।