मास्को। राष्ट्रपति पुतिन के यूक्रेन युद्ध के लिए आंशिक लामबंदी के ऐलान के बाद रूस में लोगों का गुस्सा भड़क उठा। इस फैसले से युद्ध और तेज होने की आशंका है। नाराज लोगों ने राजधानी मास्को और सेंट पीटर्सबर्ग समेत 38 शहरों में इस फैसले के खिलाफ सड़क पर प्रदर्शन किया। सुरक्षा बलों ने कई प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया है।
इस बीच रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बुधवार को घोषणा की कि जल्द यूक्रेन के 4 इलाकों में 3 लाख रिजर्व सैनिकों को तैनात करेंगे। इस दौरान उन्होंने यूक्रेन के खिलाफ सभी संसाधनों का इस्तेमाल करने की भी धमकी दी और पश्चिमी देशों पर उकसावे का आरोप लगाया।
इस घोषणा के बाद से ही रूस में पहले से हो रहे प्रदर्शन और तेज हो गए। प्रदर्शनकारी सड़कों पर युद्ध के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं। स्वतंत्र रूसी मानवाधिकार समूह OVD-Info के अनुसार, 38 शहरों में युद्ध-विरोधी प्रदर्शनों में 1,300 से अधिक रूसियों को गिरफ्तार किया गया था। इस बीच बड़ी संख्या में रूसी नागरिक देश छोड़कर जा रहे हैं। लोगों को इस बात का भी डर सता रहा है कि सीमाएं बंद करने की घोषणा कर युवाओं को युद्ध में भेजा जा सकता है।
इस बीच रूसी रक्षा मंत्री ने कहा हम देश की रक्षा के लिए सिर्फ रिजर्विस्ट को तैनात करने जा रहे हैं। इन लोगों के पास पहले से सशस्त्र बलों में सेवाएं देने का अनुभव और दक्षता दोनों है।