रूस यूक्रेन पर लगातार हमले कर रहा है। इस बीच रूस ने पूर्वी यूक्रेन में हवाई हमला किया है। इस हमले की चपेट में एक स्कूल आ गया है। इस हमले में कम से कम 60 लोगों के मारे जाने की खबर है। यह जानकारी लुहान्स्क के गवर्नर सेरही हेदई ने दी है। खबरों के अनुसार रूसी सेना ने यह हमला पूर्वी यूक्रेन के बिलोहोरीवका नाम के गांव में किया है।
गवर्नर हेदई ने बताया कि रूस ने जिस स्कूल पर हमला किया है उस स्कूल में लगभग 90 लोगों ने शरण ले रखी थी। इसमें से 30 लोगों को बचा लिया गया है। टेलीग्राम पर जलते हुए मलबे की तस्वीरें पोस्ट करने वाले गवर्नर सेरही हेदई ने कहा कि 30 लोगों को बचाया गया है। आपात सेवाओं ने बाद में बताया कि दो शव बरामद किए गए हैं तथा और लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है। बचाव कार्य रात को निलंबित कर दिया गया लेकिन रविवार को बहाल किया गया।
हेदई ने बताया कि प्रिविला शहर में रूस की बमबारी में 11 और 14 वर्ष की आयु के दो लड़के मारे गए जबकि आठ और 12 साल की आयु की दो लड़कियां तथा 69 वर्षीय महिला घायल हो गयीं।यूक्रेन और पश्चिमी देशों ने रूस पर नागरिकों को निशाना बनाकर युद्ध अपराध करने का आरोप लगाया है तो वहीं रूस ने इन आरोपों से इंकार कर रहा है।
रूस और यूक्रेन के बीच पिछले कई महीनों से चल रहे इस युद्ध में अब तक हजारों लोगों की जान चुकी है। कई शहर तबाह हो चुके हैं और लाखों लोग विस्थापित हो चुके हैं। रूस की सेना ने शनिवार को दक्षिणी यूक्रेन के ओडेसा शहर में क्रूज मिसाइलें दागी और मारियुपोल में घेरे गए इस्पात संयंत्र पर बमबारी की, जहां यूक्रेन के लड़ाके फंसे हुए थे।
रूसी हमलों की चेतावनी : यूक्रेन के नेताओं ने चेतावनी दी है कि 77 साल पहले नाजी जर्मनी की हार का जश्न मनाने के लिए सोमवार को आयोजित विजय दिवस के मद्देनजर रूसी हमले और भी बदतर होंगे और राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने लोगों से हवाई हमलों की चेतावनियों को मानने का अनुरोध किया है।
अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने शनिवार को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पर यूक्रेन के खिलाफ अपने बिना उकसावे के और क्रूर युद्ध को न्यायोचित ठहराने की कोशिश के लिए इतिहास को तोड़ने-मरोड़ने का प्रयास करने का आरोप लगाया। हाल के दिनों में सबसे भीषण युद्ध पूर्वी यूक्रेन में देखा गया है। रूस का हमला वहां डोनबास क्षेत्र पर केंद्रित है जहां रूस समर्थित अलगाववादी 2014 से लड़ रहे हैं।
यूक्रेन की सेना ने रविवार को आगाह किया कि पड़ोसी मोल्दोवा में रूसी और अलगाववादी सैनिक पूरी तरह चौकन्ने हैं। मॉस्को दक्षिण यूक्रेन पर कब्जा जमाना चाहता है ताकि देश को समुद्र मार्ग से अलग किया जाए और ट्रांसनिस्त्रिया तक एक गलियारा बनाया जाए।
रूस ने शनिवार को ओडेसा शहर पर छह क्रूज मिसाइलें दागी। शहर में मंगलवार सुबह तक कर्फ्यू लगा हुआ है। सोशल मीडिया पर पोस्ट की गयी तस्वीरों में काला सागर के इस बंदरगाह शहर पर घना काला धुआं उठता हुआ देखा जा सकता है।
ओडेसा नगर परिषद ने बताया कि चार मिसाइलें एक फर्नीचर कंपनी में गिरीं और अन्य दो मिसाइलें ओडेसा हवाईअड्डे पर गिरीं। रविवार तड़के कई बार हवाई हमले के सायरन की आवाज सुनी गई। उपग्रह से ली गयी तस्वीरों के विश्लेषण से पता चलता है कि यूक्रेन काला सागर पर कब्जा करने के रूस के प्रयासों को नाकाम करने के लिए रूसी कब्जे वाले स्नेक आइलैंड को निशाना बना रहा है।
मारियुपोल में यूक्रेनी लड़ाकों ने सामरिक रूप से महत्वपूर्ण इस शहर पर रूस के पूर्ण कब्जे से पहले वहां एक इस्पात संयंत्र में फंसे नागरिकों को निकाला। इस शहर पर कब्जे से मॉस्को को क्रीमियाई प्रायद्वीप तक एक जमीनी संपर्क मिल जाएगा। बचावकर्ताओं के शनिवार को अंतिम नागरिकों को निकालने जाने के बाद जेलेंस्की ने अपने रात्रि संबोधन में कहा कि अब घायलों और चिकित्सकों को निकालने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि मारियुपोल और आसपास के शहरों के निवासियों के लिए सुरक्षित मानवीय गलियारा बनाने का काम रविवार को भी जारी रहेगा। बहरहाल, पश्चिमी सैन्य विश्लेषकों ने कहा कि यूक्रेनी सेना शहर के आसपास ठिकानों पर कब्जा जमाने में प्रगति कर रही है। यूक्रेन की सेना ने कहा कि उसने पांच गांवों और छठे गांव के एक हिस्से पर फिर से कब्जा जमा लिया है।