Russia Ukraine War : यूक्रेन में फंसे हैं परिजन, इन नंबरों पर मिलेगी मदद

Webdunia
शुक्रवार, 25 फ़रवरी 2022 (12:52 IST)
नई दिल्ली। रूस के यूक्रेन पर हमले के बाद से दोनों देशों के बीच भीषण जंग छिड़ गई है। कीव समेत यूक्रेन के अधिकांश शहर धमाकों से दहल गए। यूक्रेन में करीब 20 हजार भारतीय फंसे हुए हैं। भारत सरकार ने इन्हें युद्धग्रस्त देशों से निकालने के लिए प्लान तैयार किया।
 
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ट्वीट कर कहा कि यूक्रेन में बसे हमारे लोगों की मदद और उनसे जुड़ी जानकारी के लिए कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है। आप 1800118797 (टोल फ्री) के साथ ही इन नंबरों पर +91 11 23012113, +91 11 23014104, +91 11 23017905 संपर्क कर सकते हैं। 
 
 
श्रृंगला ने बताया कि यूक्रेन में स्थिति का जायजा लेने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सुरक्षा मामलों संबंधी कैबिनेट समिति की बैठक में इस विषय पर चर्चा हुई। विदेश सचिव ने बताया, प्रधानमंत्री मोदी ने सीसीएस की बैठक में कहा कि सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता भारतीयों की सुरक्षा और यूक्रेन से उन्हें बाहर निकालना है।
 
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूसी राष्‍ट्रपति पुतिन से चर्चा कर वहां फंसें भारतीयों के संबंध में चर्चा की थी। यूक्रेन में 20 हजार भारतीय हैं और इनमें से लगभग 4 हजार भारतीय नागरिक पहले ही यूक्रेन छोड़ चुके हैं।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

प्रियंका गांधी ने वायनाड सीट पर तोड़ा भाई राहुल गांधी का रिकॉर्ड, 4.1 लाख मतों के अंतर से जीत

election results : अब उद्धव ठाकरे की राजनीति का क्या होगा, क्या है बड़ी चुनौती

एकनाथ शिंदे ने CM पद के लिए ठोंका दावा, लाडकी बहीण योजना को बताया जीत का मास्टर स्ट्रोक

Sharad Pawar : महाराष्ट्र चुनाव के नतीजों से राजनीतिक विरासत के अस्तित्व पर सवाल?

UP : दुनिया के सामने उजागर हुआ BJP का हथकंडा, करारी हार के बाद बोले अखिलेश, चुनाव को बनाया भ्रष्टाचार का पर्याय

सभी देखें

नवीनतम

बावनकुले ने बताया, कौन होगा महाराष्‍ट्र का अगला मुख्‍यमंत्री?

LIVE: हेमंत सोरेन कुछ ही देर में राज्यपाल से मिलेंगे, पेश करेंगे सरकार बनाने का दावा

संसद सत्र से पहले सर्वदलीय बैठक, सरकार ने सभी दलों से की यह अपील

अजित पवार बने विधायक दल के नेता, राकांपा की बैठक में हुआ फैसला

Uttarakhand : जनता के लिए खुलेगा ऐतिहासिक राष्ट्रपति आशियाना, देहरादून में हुई उच्चस्तरीय बैठक

अगला लेख