यूक्रेन और रूस के बीच जंग भयानक होती जा रही है। शनिवार रात रूस ने यूक्रेन के पावर ग्रिड पर हमला किया, जिससे उत्तरी शहर चेर्निहिव और उसके आसपास के इलाकों में बड़े पैमाने पर ब्लैकआउट हो गया। यह हमला पिछले साढ़े तीन साल में मास्को द्वारा किए गए सबसे बड़े हमलों में से एक बताया जा रहा है। चेर्निहिव के सैन्य प्रशासन प्रमुख दिमित्रो ब्रायजिन्स्की ने पुष्टि की कि शहर में रात के समय रूसी हमले हुए और कई हिस्सों में आग लग गई। यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की ने कहा कि शनिवार को एक यूक्रेनी रेलवे स्टेशन पर हुए "क्रूर" रूसी ड्रोन हमले में दर्जनों लोग घायल हो गए।
ज़ेलेंस्की ने कीव के उत्तर-पूर्व में स्थित शोस्तका शहर पर हुए हमले के बारे में बताया कि कम से कम 30 लोग घायल हुए हैं। यह शहर रूसी सीमा से लगभग 70 किलोमीटर दूर है।
अलजजीरा के खबर के मुताबिक ट्रेन पर यह हमला रूस द्वारा यूक्रेन के कई क्षेत्रों, विशेष रूप से बिजली ग्रिड और गैस स्टेशनों के आपातकालीन ढांचे पर रातोंरात किए गए अपने सबसे बड़े हवाई हमलों के एक दिन बाद हुआ है। इससे देश की ऊर्जा आपूर्ति को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं क्योंकि युद्ध के चौथे वर्ष के लिए सर्दी फिर से आ रही है। देश के ऊर्जा मंत्रालय द्वारा एक बयान में कहा गया है कि हमले में मिसाइलों और ड्रोन का इस्तेमाल किया गया था और बचाव दल और ऊर्जा कर्मचारी हमलों के परिणामों को कम करने और स्थिति को जल्द से जल्द स्थिर करने के लिए काम कर रहे हैं।
खबरों के मुताबिक रूस ने यूक्रेन पर कुल 381 ड्रोन और 35 मिसाइलें दागी थीं। इस हमले का उद्देश्य केवल पावर ग्रिड को बर्बाद करना ही नहीं था, बल्कि सर्दियों से पहले यूक्रेन के ऊर्जा नेटवर्क को नष्ट कर जनता का मनोबल गिराना भी माना जा रहा है। अधिकारियों के अनुसार, चेर्निहिव के पास ऊर्जा सुविधाओं को नुकसान पहुंचा और लगभग 50 हजार घरों में अंधेरा फैल गया। इनपुट एजेंसियां Edited by : Sudhir Sharma