यूक्रेन पर रूस का हमला जारी है। यूक्रेन पर 3 दिशाओं से अटैक किया गया है। इधर खबर आ रही है कि भारत समेत अन्य देशों के स्टूडेंट को यूक्रेन ने जानबूझकर बाहर नहीं निकलने दिया।
उनका कहना है कि अपने लोगों को बचाने के लिए भारत समेत सभी विदेशी नागरिकों की जान खतरे में डाल रहा है यूक्रेन। डनिप्रो स्टेट मेडिकल यूनिवर्सिटी से MBBS करने वाले स्टूडेंट के बयान मीडिया में आ रहे हैं।
उनका कहना है कि यूनिवर्सिटी ने हालात खराब होने के बावजूद उन्हें वापस नहीं लौटने दिया, ताकि रूस की सेना के आने पर विदेशी लोगों को उनके सामने शील्ड की तरह इस्तेमाल कर सके।
अब कई स्टूडेंट का कहना है कि स्थिति सामान्य होने पर वे यूनिवर्सिटी मैनेजमेंट के खिलाफ लीगल एक्शन लेंगे।
बता दें कि डनिप्रो के एयरपोर्ट पर भी मिसाइल अटैक हुआ है, लेकिन फिलहाल शहर में सिचुएशन आम दिनों जैसी ही नॉर्मल है।
लड़ाई शुरू होने के कारण लोगों में थोड़ा खौफ है। सुपर स्टोर्स पर खाने का सामान स्टोर करने के लिए भीड़ जुट रही है। वहीं यूक्रेन में रूसी सेना अंदर घुस आई है, लेकिन सिविलियंस को कहीं पर भी कुछ नहीं कह रही है।
स्टूडेंट का कहना है कि उनके साथ यहां जो सबसे बड़ा धोखा हुआ है, यूक्रेनी लोगों ने अपनी जान बचाने के लिए हमें चारा बनाया है। इन लोगों को पता था कि यहां फॉरेनर्स रहेंगे तो रूसी सेना कुछ नहीं करेगी। इसीलिए हमें जानबूझकर पढ़ाई के बहाने जबरन रोका गया।