मॉस्को। यूक्रेन पर हमले के 15 दिन बीत जाने के बाद अब रूस का हौसला डगमगाने लगा है। रूस की लगभग पौने दो लाख की फौज 2 हफ्ते बाद सेना भी लड़ते-लड़ते बुरी तरह से थक गई है जिसके चलते हमले की रफ्तार बहुत धीमी पड़ गई है।
जवानों की इसी कमी को देखते हुए रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन बेहद चिंतित हैं और उन्होंने फरमान जारी करते हुए अनिवार्य सेना भर्ती खोल दी है। इसके तहत यूक्रेन के लिए 1 लाख नई भर्तियां होंगी। यही नहीं, रूसी संसद में नया कानून पारित कर अनिवार्य भर्ती के लिए नियमों को और सख्त बनाया है।