कीव। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा कि यूक्रेन के लोग रूसियों को देश से बाहर निकालने के लिए हर संभव कोशिश कर रहे हैं, लेकिन आज कोई यह अनुमान नहीं लगा सकता कि यह युद्ध कब तक चलेगा।
जेलेंस्की ने कहा कि यह दुर्भाग्य से न केवल हमारे लोगों पर निर्भर करेगा, जो पहले से ही अपना अधिकतम दे रहे हैं, बल्कि यह हमारे भागीदारों पर, यूरोपीय देशों पर, पूरी स्वतंत्र दुनिया पर निर्भर करेगा।
उन्होंने कहा कि वह उन सभी के आभारी हैं जो रूस पर प्रतिबंधों को मजबूत करने और यूक्रेन को दी जा रही सैन्य एवं वित्तीय सहायता बढ़ाने के लिए काम कर रहे हैं। यूक्रेन के राष्ट्रपति ने कहा कि यह रूसी आक्रमण के सामने स्वतंत्रता की रक्षा के लिए एकमात्र उपाय है। पश्चिमी देशों के लिए यह केवल एक खर्च या खर्च के हिसाब के बारे में नहीं है, यह भविष्य के बारे में है।
जेलेंस्की ने कहा कि यूक्रेन ने शुक्रवार को युद्ध के दौरान 200 वें रूसी विमान को मार गिराया और उन्होंने टैंकों, बख्तरबंद वाहनों, हेलीकॉप्टरों और ड्रोन के लिहाज से रूस को भारी नुकसान पहुंचाया है। और किसलिए? ताकि लेनिन की मूर्ति अस्थायी रूप से कब्जे वाले जेनिचेस्क में कुछ देर तक और खड़ी रह सके? रूस के लिए और कोई परिणाम नहीं हो सकता है। अप्रैल में रूसी सेना ने दक्षिणी खेरसॉन क्षेत्र के एक शहर जेनिचेस्क में लेनिन की प्रतिमा को फिर से स्थापित किया था।
जेलेंस्की ने कहा कि मारियुपोल इस्पात संयंत्र में फंसे घायल लड़ाकों को निकालने की कोशिश के लिए यूक्रेन बहुत मुश्किल बातचीत में जुटा हुआ है। उन्होंने कहा कि हम बड़ी संख्या में लोगों को निकालने के बारे में बात कर रहे हैं। बेशक, हम सभी अपने हर रक्षक को निकालने के लिए सब कुछ कर रहे हैं। हम पहले ही दुनिया के हर उस शख्स को शामिल कर चुके हैं, जो सबसे प्रभावशाली मध्यस्थ हो सकते हैं।
जेलेंस्की ने कहा कि यूक्रेन की सेना ने रूसी सैनिकों के कब्जे से कस्बों और गांवों को फिर से अपने अधिकार में ले लिया है। उन्होंने कहा कि बिजली, पेयजल की आपूर्ति, टेलीफोन संचार और सामाजिक सेवाओं को बहाल करने के लिए काम जारी है। (भाषा)