यहां रखा है रावण का शव : ऐसा माना जाता है कि रैगला के जंगलों के बीच एक विशालकाय पहाड़ी पर रावण की गुफा है, जहां उसने घोर तपस्या की थी। उसी गुफा में आज भी रावण का शव सुरक्षित रखा हुआ है। रैगला के घने जंगलों और गुफाओं में कोई नहीं जाता है, क्योंकि यहां जंगली और खूंखार जानवरों का बसेरा है।
रैगला के इलाके में रावण की यह गुफा 8 हजार फुट की ऊंचाई पर स्थित है। जहां 17 फुट लंबे ताबूत में रखा है रावण का श व। इस ताबूत के चारों तरफ लगा है एक खास लेप जिसक े कार ण य ह ताबू त हजारो ं सालो ं स े ज स क ा त स रख ा हु आ है ।
गौरतलब है कि मिस्र में प्राचीनकाल में ममी बनाने की परंपरा थी, जहां आज भी पिरामिडों में हजारों साल से कई राजाओं के शव रखे हुए हैं। य ह भ ी जानन ा जरूर ी ह ै क ि उ स समय शैव संप्रदाय मे ं समाधि देने की रस् म थी । राव ण शैवपंथ ी था ।
चित्र सौजन्य : जीन्यू ज. कॉम
देखें कैसे है ं रावण के हवाई अड्डे....
रावण का झरना : 'रावण एल्ल ा' नाम स े एक झरना है, जो एक अंडाकार चट्टान से लगभग 25 मीटर अर्थात 82 फुट की ऊंचाई से गिरता है। रावण एल्ला वॉटर फॉल घने जंगलों के बीच स्थित है। यहां सीता नाम से एक प ुल भी है। इसी क्षेत्र में रावण की एक गुफा भी है जिसे रावण एल्ला गुफा के नाम से जाना जाता है। यह गुफा समुद्र की सतह से 1,370 मी. की ऊंचाई पर स्थित है। यह स्थान श्रीलंका के बांद्रावेला से 11 किलोमीटर दूर है।
रावण के हवाई अड्डे : रावण के पुष्पक विमान के उतरने के स्थान और रामायणकाल के कुछ हवाई अड्डे भी ढूंढ लिए गए हैं। वेरांगटो क, जो महियांगना से 10 किलोमीटर दूर है, में हैं ये हवाई अड्डे। यहीं पर रावण ने सीता का हरण कर पुष्पक विमान को उतारा था। महियांगना मध् य, श्रीलंका स्थित नुवारा एलिया का एक पर्वतीय क्षेत्र है। इसके बाद सीता माता को जहां ले जाया गया था उस स्थान का नाम गुरुलपोटा ह ै । इसे अब 'सीतोकोटुवा' नाम से जाना जाता है। यह स्थान भी महियांगना के पास है।