अंडमान और निकोबार द्वीप समूह पर घूमने का खास आनंद

अनिरुद्ध जोशी
भारत के अंदमान और निकोबार द्वीप समूह पर घूमने का अगल ही मजा है। अंडमान और निकोबार द्वीप समूह एक उष्णकटिबंधीय जलवायु का स्वर्ग है। बंगाल की खाड़ी में स्थित और हिन्द महासागर की जल सीमा से सटा अंडमान-निकोबार द्वीप समूह वास्तव में 300 से अधिक खूबसूरत द्वीपों और टापुओं का बड़ा समूह है। अंडमान और निकोबार द्वीप समूह की खूबसूरती के कारण दूर-दराज से लोग यहां घूमने आते हैं। आओ जानते हैं इसकी 8 खास बातें।
 
भारत के रहस्यमयी अंडमान-निकोबार द्वीप समूह के खतरनाक आदिवासी, जानकर हैरान रह जाएंगे
 
भारत के शानदार समुद्री तट-2
 
भारत के शानदार समुद्री तट-2
 
 
1. अगर आपको पानी से खास लगाव है तो अंडमान-निकोबार आइलैंड आपके लिए सही रहेगा। यह द्वीप नीले समुद्री जल और साफ-सुथरे तट हैं। सफेद बालू वाले सुंदर समुद्र तट, जहां पानी के किनारे कतार में लंबे-लंबे नारियल के पेड़ काफी आकर्षक नजर आते हैं।
 
 
2. लोगों की भीड़ से दूर विशाल समुद्र का साफ पानी आपको यहां अठखेलियां करने के लिए मजबूर कर देगा। आप चाहें तो यहां सन बाथ, वाटर स्पोर्ट्स और सी-फूड का भी मजा ले सकते हैं। पर्यटक इन द्वीपों पर वॉटर स्पोर्ट से जुड़ी कई तरह की गतिविधियां जैसे- ट्रेकिंग, कैंपिंग, ट्रेलिंग, स्कूबा डाइविंग आदि का लुत्फ उठा सकते हैं। 
 
3. यहां पर जंगल का भी अपना ही मजा है। मैंग्रोव वन और पुराने जंगलों से घिरा हुआ अंदमान और निकोबार में पन्ना और मूंगे की चट्टानें भी मौजूद हैं। दक्षिण-पश्चिमी और उत्तर-पूर्वी मानसूनी हवाओं के कारण, अंडमान के उष्णकटिबंधीय सदाबहार वन, दुर्लभ प्रजाति की वनस्पतियां, पशुओं और कोरल रीफ ये सब मिलकर अंडमान और निकोबार को एक प्राकृतिक स्वर्ग बनाते हैं। यहां लगभग 96 वन्यजीव अभयारण्य, नौ राष्ट्रीय उद्यान और एक बायोस्फीयर रिजर्व हैं। 
 
4. यहां पर कोर्बिन्स कोव बीच, चिराया टापू, वाइपर द्वीप, रॉस आईलैंड, करमतांग बीच, रेडस्किन आईलैंड नील आईलैंड, हैवलॉक आईलैंड, हरमिंदर बे तट, चि‍ड़िया टापू (बर्ड वॉचिंग) आदि सैलानियों के विशेष आकर्षण का केंद्र माने जाते हैं। 
 
5. अंडमान और निकोबार द्वीप समूह लगभग 572 द्वीपों से मिलकर बना है। इनमें से अधिकांश द्वीप अंडमान में हैं, जिनमें से 28 द्वीपों पर ही आबादी है। वहीं निकोबार द्वीप समूह में करीब 22 मुख्य द्वीप हैं, जिनमें से 10 द्वीपों पर ही लोग रहते है। अंडमान और निकोबार द्वीप समूह को 150 किलोमीटर चौड़ा 10 डिग्री वॉटर चैनल पृथक करता है। 
 
6. इन द्वीपों पर पक्षियों की लगभग 270 से अधिक प्रजातियां और उपप्रजातियां पाई जाती हैं, जिनमें से 106 प्रजातियां स्थानीय पक्षियों की है। अंडमान की वुड पिजन, अंडमान पडौक और डुगोंग (समुद्री गाय) को क्रमशः राज्य पक्षी, राज्य वृक्ष और राज्य पशु घोषित किया गया है। 
 
7. अंडमान और निकोबार द्वीप समूह पर मानव आबादी कई हजार वर्षों से रह रही है। यहां दो प्रमुख समूह हैं- निकोबारी, जो निकोबार के कई द्वीपों पर रहते हैं; शोम्पेन, जो ग्रेट निकोबार द्वीप तक ही सीमित हैं। आनुवंशिक, सांस्कृतिक और भाषा-सम्बन्धी अलग-अलग अध्ययन से पता चलता है कि 30,000 से 60,000 वर्ष पहले मध्य पुरापाषाण युग से ही लोग यहां रहते आ रहे हैं। परंतु दस्तावेजों के अनुसार यहां लगभग 2,200 वर्ष पहले की लोग रह रहे है।
 
 
8. यहां के समुद्री तट पर इतने रंगों की मछलियां और अन्य जीव जंतु पाए जाते हैं जितने रंग के किसी अन्य समुद्री तट पर नहीं पाए जाते हैं।

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