Mumbai Stock Exchange: घरेलू शेयर बाजारों में मंगलवार को गिरावट रही और बीएसई सेंसेक्स (Sensex) 107 अंक के नुकसान में रहा। इस सप्ताह भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समीक्षा और अमेरिका के महंगाई के आंकड़े आने से पहले निवेशकों ने सतर्क रुख अपनाया। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी (Nifty) भी 26.45 अंक यानी 0.13 प्रतिशत की गिरावट के साथ 19,570.85 अंक पर बंद हुआ।
विदेशी संस्थागत निवेशकों की पूंजी निकासी और एशिया तथा यूरोपीय बाजारों में कमजोरी के रुख से भी कारोबारी धारणा पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा। 30 शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 106.98 अंक यानी 0.16 प्रतिशत की गिरावट के साथ 65,846.50 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 200.85 अंक तक टूट गया था। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 26.45 अंक यानी 0.13 प्रतिशत की गिरावट के साथ 19,570.85 अंक पर बंद हुआ।
रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास की अध्यक्षता वाली मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा के लिए बैठक मंगलवार को शुरू हुई। बैठक के नतीजों की घोषणा गुरुवार, 10 अगस्त को पेश की जाएगी। ऐसी संभावना है कि आरबीआई नीतिगत दर एक बार फिर यथावत रखेगा।
सेंसेक्स के शेयरों में पॉवरग्रिड, महिंद्रा एंड महिंद्रा, जेएसडब्ल्यू स्टील, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, सन फार्मा, नेस्ले, इंडसइंड बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज, भारती एयरटेल और आईटीसी प्रमुख रूप से नुकसान में रहे। दूसरी तरफ लाभ में रहने वाले शेयरों में टेक महिंद्रा, विप्रो, बजाज फाइनेंस, भारतीय स्टेट बैंक, बजाज फिनसर्व, ऐक्सिस बैंक, टाइटन और आईसीआईसीआई बैंक शामिल हैं।
एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, चीन का शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग नुकसान में जबकि जापान का निक्की लाभ में रहा। यूरोपीय बाजारों में शुरुआती कारोबार में गिरावट का रुख रहा। अमेरिकी बाजार सोमवार को सकारात्मक दायरे में रहे। वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 1.38 प्रतिशत की गिरावट के साथ 84.16 डॉलर प्रति बैरल पर रहा। शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने सोमवार को 1,892.77 करोड़ रुपए मूल्य के शेयर बेचे।
मेहता इक्विटीज लि. के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (शोध) प्रशांत तपसे ने कहा कि वैसे तो वैश्विक रुख से बाजार की चाल तय होगी, लेकिन निवेशक आरबीआई की गुरुवार को मौद्रिक नीति समीक्षा और अमेरिका में महंगाई के आंकड़े जारी होने को लेकर सतर्क हैं।
इस दौरान हालांकि छोटी और मझौली कंपनियों में बढ़त दर्ज की गई। बीएसई का मिडकैप 0.15 प्रतिशत बढ़कर 30,377.50 अंक पर और स्मॉलकैप 0.25 प्रतिशत चढ़कर 35,064.53 अंक पर रहा। बीएसई में कुल 3,755 कंपनियों में कारोबार हुआ जिसमें से 1,852 बढ़त में और 1757 गिरावट में रही जबकि 146 में कोई बदलाव नहीं हुआ।
बीएसई में शामिल अधिकांश समूहों में गिरावट दर्ज की गई जिसमें धातु 0.94 प्रतिशत, टेलीक्युनिकशंस 0.92 प्रतिशत, यूटिलिटीज 0.60 प्रतिशत, एनर्जी 0.32 प्रतिशत, एफएमसीजी 0.29 प्रतिशत और ऑटो 0.28 प्रतिशत शामिल है। बढ़त में रहने वालों में वित्तीय सेवाएं 0.44 प्रतिशत, बैंकिंग 0.33 प्रतिशत, सीडी 0.71 प्रतिशत और इंडस्ट्रीयल 0.20 प्रतिशत शामिल है।
वैश्विक पर जापान के निक्केई में 0.38 प्रतिशत की बढ़त को छोड़कर अधिकांश प्रमुख सूचकांक लाल निशान में रहा जिसमें ब्रिटेन का एफटीएसई 0.51 प्रतिशत, जर्मनी का डैक्स 0.95 प्रतिशत, हांगकांग का हैंगसेंग 1.81 प्रतिशत और चीन का शंघाई कंपोजिट 0.25 प्रतिशत शामिल है।(भाषा/वार्ता)
Edited by: Ravindra Gupta