मुंबई। बंबई शेयर बाजार के सेंसेक्स को सोमवार को शुरुआती 435 अंकों से अधिक की बढ़त को आखिरी दौर में बिकवाली दौर चलने से गंवा दिया गया और अंत में 181 अंक की गिरावट के साथ 34,134,38 अंक पर बंद हुआ। तेल एवं गैस, उपभोक्ता टिकाऊ, लोक उपक्रम, आईटी तथा बुनियादी ढांचा कंपनियों के शेयरों की बिकवाली के साथ यह गिरावट दर्ज की गई।
एचडीएफसी बैंक के बेहतर वित्तीय परिणाम, एशियाई बाजारों में मजबूती की खबरों तथा रुपए में सुधार से 30 शेयरों वाला सेंसेक्स बढ़त के साथ 34,689.39 अंक पर खुला और एक समय 34,748.69 अंक तक चला गया।
कारोबार के अंतिम 1 घंटे में बिकवाली से इसमें गिरावट आई और एक समय यह 34,082.76 तक गिर गया था। सेंसेक्स अंत में पिछले बंद की तुलना में 181.25 अंक या 0.53 प्रतिशत की गिरावट के साथ 34,134.38 अंक पर बंद हुआ। नकदी की चिंता के साथ कमजोर वैश्विक रुख के बीच पिछले 2 सत्रों में सेंसेक्स 847 अंक टूटा।
इसी प्रकार नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 58.30 अंक या 0.57 प्रतिशत की गिरावट के साथ 10,245.25 अंक पर बंद हुआ। कारोबारियों के अनुसार आरबीआई के उपायों के बावजूद नकदी की मौजूदा तंग स्थिति तथा कच्चे तेल के दाम में तेजी जैसी वृहद आर्थिक चिंताओं के कारण धारणा कमजोर बनी हुई है।
अंतरराष्ट्रीय मानक ब्रेंट क्रूड का भाव सोमवार को फिर 80 डॉलर बैरल से ऊपर 80.14 तक चला गया। इसके अलावा विदेशी कोष की घरेलू बाजार से निकासी से भी धारणा कमजोर हुई। अस्थायी आंकड़ों के अनुसार विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक (एफपीआई) ने शुक्रवार को शेयरों में 618.26 करोड़ रुपए मूल्य की शुद्ध बिकवाली की। घरेलू संस्थागत निवेशक भी 2.14 करोड़ रुपए के शुद्ध बिकवाल रहे।