मुंबई। घरेलू शेयर बाजार में सोमवार को गिरावट आई और बीएसई सेंसेक्स करीब 483 अंक टूटकर बंद हुआ। वैश्विक शेयर बाजारों में नुकसान के बीच सूचना प्रौद्योगिकी, पूंजीगत सामान और बैंक कंपनियों के शेयरों में बिकवाली से बाजार नीचे आया।
30 शेयरों पर आधारित सेंसेक्स 482.61 अंक यानी 0.81 प्रतिशत की गिरावट के साथ 58,964.57 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 552.78 अंक तक नीचे आ गया था, वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 109.40 अंक यानी 0.62 प्रतिशत टूटकर 17,674.95 अंक पर बंद हुआ। निफ्टी में शामिल शेयरों में 29 नुकसान में रहे।
सेंसेक्स के शेयरों में लार्सन एंड टुब्रो, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, इन्फोसिस विप्रो, एशियन पेंट्स, एचडीएफसी, एचडीएफसी बैंक, एक्सिस बैंक मुख्य रूप से नुकसान में रहे। इसके उलट लाभ में रहने वाले शेयरों में आईसीआईसीआई बैंक, एनटीपीसी, कोटक महिन्द्रा बैंक, टीसीएस और अल्ट्राटेक सीमेंट शामिल हैं। टीसीएस का बीते वित्त वर्ष की चौथी तिमाही का वित्तीय परिणाम आज जारी होगा।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि यूरोपीय केंद्रीय बैंक (ईसीबी) की बैठक, अमेरिकी मुद्रास्फीति के आंकड़े और कंपनियों के चौथी तिमाही के वित्तीय परिणामों की घोषणा से पहले निवेशकों ने सतर्क रुख अपनाया।
मुद्रास्फीति की चिंता, अमेरिकी फेडरल रिजर्व के आक्रामक तरीके से ब्याज दर बढ़ाने के संकेत तथा भू-राजनीतिक स्थिति के कारण कमजोर वृद्धि दर की आशंका से वैश्विक बाजारों में भी गिरावट रही। अमेरिकी केंद्रीय बैंक के अधिकारियों ने संकेत दिया है कि आगामी बैठकों में नीतिगत दर को सामान्य से दोगुना बढ़ाने पर विचार किया जा सकता है। उन्होंने यह भी संकेत दिया कि फेडरल रिजर्व खरीदे गए बांड को बाजार में निकाल सकता है। इससे वाणिज्यिक कर्ज की दरें बढ़ेंगी।
एशिया के अन्य बाजारों में हांगकांग का हैंगसेंग, दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, चीन का शंघाई कंपोजिट और जापान का निक्की नुकसान में रहे। यूरोप के प्रमुख बाजारों में भी शुरुआती कारोबार में गिरावट का रुख रहा। अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 2.38 प्रतिशत घटकर 100.3 अरब डॉलर प्रति बैरल रहा। शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार विदेशी संस्थागत निवेशकों ने शुक्रवार को 575.04 करोड़ रुपए मूल्य के शेयर बेचे।