मुंबई। वैश्विक बाजारों के नकारात्मक रुख के बीच स्थानीय शेयर बाजारों में गुरुवार को लगातार दूसरे दिन गिरावट रही और सेंसेक्स 69.68 अंक टूटकर बंद हुआ। अमेरिका के केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में 0.75 प्रतिशत की वृद्धि के बाद वैश्विक बाजारों में गिरावट का प्रभाव घरेलू बाजार पर भी पड़ा। निफ्टी में भी गिरावट रही।
30 शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 69.68 अंक या 0.11 प्रतिशत घटकर 60,836.41 पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 420.95 अंक तक गिर गया था। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 30.15 अंक या 0.17 प्रतिशत की गिरावट के साथ 18,052.70 पर आ गया।
सेंसेक्स के शेयरों में में टेक महिंद्रा, पॉवरग्रिड, एनटीपीसी, इन्फोसिस, विप्रो, एचडीएफसी, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज और महिंद्रा एंड महिंद्रा प्रमुख रूप से गिरावट में रहे। दूसरी तरफ भारतीय स्टेट बैंक, टाइटन, भारती एयरटेल और हिन्दुस्तान यूनिलीवर के शेयरों में लाभ दर्ज हुआ। एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, चीन का शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग गिरावट में बंद हुए। यूरोप में बाजार गिरावट में कारोबार कर रहे थे तथा अमेरिकी बाजार वॉल स्ट्रीट भी बुधवार को गिरकर बंद हुआ।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर के अनुसार फेडरल रिजर्व के ब्याज दरों में आक्रामक वृद्धि करने का निर्णय वैश्विक बाजारों के लिए भारी पड़ा, क्योंकि निवेशक कम वृद्धि की उम्मीद कर रहे थे। उन्होंने कहा कि फेडरल रिजर्व के प्रमुख जेरोम पावेल ने आगाह किया कि दरों का स्तर केंद्रीय बैंक के अपेक्षा से अधिक है। साथ ही उन्होंने आगामी बैठकों में ब्याज दरों में 0.75 प्रतिशत से कम की वृद्धि का संकेत भी दिया है।
इस बीच अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 1.16 प्रतिशत बढ़कर 95.04 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार विदेशी संस्थागत निवेशक पूंजी बाजार में शुद्ध लिवाल बने हुए हैं। उन्होंने बुधवार को 1,436.30 करोड़ रुपए के मूल्य के शेयर खरीदे।(भाषा)
Edited by: Ravindra Gupta