सोमवार व्रत की आरती

Webdunia
आरती करत जनक कर जोरे।
बड़े भाग्य रामजी घर आए मोरे॥
 
जीत स्वयंवर धनुष चढ़ाए।
सब भूपन के गर्व मिटाए॥
 
तोरि पिनाक किए दुइ खंडा।
रघुकुल हर्ष रावण मन शंका॥
 
आई सिय लिए संग सहेली।
हरषि निरख वरमाला मेली॥
 
गज मोतियन के चौक पुराए।
कनक कलश भरि मंगल गाए॥
 
कंचन थार कपूर की बाती।
सुर नर मुनि जन आए बराती॥
 
फिरत भांवरी बाजा बाजे।
सिया सहित रघुबीर विराजे॥
 
धनि-धनि राम लखन दोउ भाई।
धनि दशरथ कौशल्या माई॥
 
राजा दशरथ जनक विदेही।
भरत शत्रुघन परम सनेही॥
 
मिथिलापुर में बजत बधाई।
दास मुरारी स्वामी आरती गाई॥

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

अक्षय तृतीया के दिन करें 10 शुभ काम, 14 महादान, पूरे वर्ष बरसेगा धन

भगवान परशुराम ने राम और कृष्ण को क्या दिया?

Akshaya Tritiya tips for wealth: अक्षय तृतीया के 10 सरल उपाय, सालभर बरसाएंगे घर में धन

अक्षय तृतीया पर बनेंगे 3 अद्भुत संयोग, धन और सुख की प्राप्ति के लिए जरूर करें ये उपाय

अक्षय तृतीया पर परशुराम जयंती, जानिए पूजा का शुभ मुहूर्त और पूजन विधि

सभी देखें

धर्म संसार

30 अप्रैल 2025 : आपका जन्मदिन

अक्षय तृतीया पर खरीदारी के शुभ मुहूर्त, क्या खरीदें और जानें 5 अचूक उपाय

30 अप्रैल 2025, बुधवार के शुभ मुहूर्त

अक्षय तृतीया पर क्या खरीदें और क्या नहीं खरीदें?

कलयुग में परशुराम वही एकमात्र कार्य करेंगे जो उन्होंने त्रेता और द्वापर में किया था?