महाशिवरात्रि पर किन चीजों से करें शिवजी का रुद्राभिषेक, जानें 18 खास बातें और लाभ

पं. प्रणयन एम. पाठक
महाशिवरात्रि (Mahashivratri) भगवान शिव के पूजन का सबसे खास पर्व है। इस दिन किसी भी खास मनोरथ की पूर्ति के लिए निम्नानुसार पूजन सामग्री तथा विधि से रुद्राभिषेक (Rudra Abhishek Pooja) किया जाता हैं तो इसके अनेक लाभ प्राप्त होते है। 
 
जानिए रुद्राभिषेक के विभिन्न पूजन के लाभ इस प्रकार हैं-Shiva Rudra Abhishek
 
1. जल से अभिषेक करने पर वर्षा होती है।
 
2. असाध्य रोगों को शांत करने के लिए कुशोदक से रुद्राभिषेक करें।
 
3. भवन-वाहन के लिए दही से रुद्राभिषेक करें। 
 
4. लक्ष्मी प्राप्ति के लिए गन्ने के रस से रुद्राभिषेक करें।
 
5. धनवृद्धि के लिए शहद एवं घी से अभिषेक करें।
 
6. तीर्थ के जल से अभिषेक करने पर मोक्ष की प्राप्ति होती है।
 
7. इत्र मिले जल से अभिषेक करने से बीमारी नष्ट होती है।
 
8. पुत्र प्राप्ति के लिए दुग्ध से और यदि संतान उत्पन्न होकर मृत पैदा हो तो गोदुग्ध से रुद्राभिषेक करें।
 
9. रुद्राभिषेक से योग्य तथा विद्वान संतान की प्राप्ति होती है।

 
10. ज्वर की शांति हेतु शीतल जल/ गंगा जल से रुद्राभिषेक करें।
 
11. सहस्रनाम मंत्रों का उच्चारण करते हुए घृत की धारा से रुद्राभिषेक करने पर वंश का विस्तार होता है।
 
12. प्रमेह रोग की शांति भी दुग्धाभिषेक से हो जाती है।
 
13. शकर मिले दूध से अभिषेक करने पर जड़ बुद्धि वाला भी विद्वान हो जाता है।
 
14. सरसों के तेल से अभिषेक करने पर शत्रु पराजित होता है। 
 
15. शहद के द्वारा अभिषेक करने पर यक्ष्मा (तपेदिक) दूर हो जाती है।
 
16. पातकों को नष्ट करने की कामना होने पर भी शहद से रुद्राभिषेक करें।
 
17. गोदुग्ध से तथा शुद्ध घी द्वारा अभिषेक करने से आरोग्यता प्राप्त होती है।
 
18. पुत्र की कामना वाले व्यक्ति शकर मिश्रित जल से अभिषेक करें।

ALSO READ: महाशिवरात्रि पूजा : 4 प्रहर की 4 प्रकार की पूजा विधि और 4 मंत्र याद कर लीजिए
 
ALSO READ: महाशिवरात्रि पूजा विधि: घर पर कैसे करें शिव का पूजन, आसान तरीका जानिए
 
Lord Shiva Worship

सम्बंधित जानकारी

Show comments

Bhagwat katha benefits: भागवत कथा सुनने से मिलते हैं 10 लाभ

Vaishakha amavasya : वैशाख अमावस्या पर स्नान और पूजा के शुभ मुहूर्त

Dhan yog in Kundali : धन योग क्या है, करोड़पति से कम नहीं होता जातक, किस्मत देती है हर जगह साथ

Akshaya tritiya 2024 : 23 साल बाद अक्षय तृतीया पर इस बार क्यों नहीं होंगे विवाह?

Varuthini ekadashi: वरुथिनी एकादशी का व्रत तोड़ने का समय क्या है?

कालाष्टमी 2024: कैसे करें वैशाख अष्टमी पर कालभैरव का पूजन, जानें विधि और शुभ समय

Aaj Ka Rashifal: राशिफल 01 मई: 12 राशियों के लिए क्या लेकर आया है माह का पहला दिन

Vastu Tips For Stairs : सीढ़ियों की दिशा, घुमाव, संख्या, ऊंचाई-चौड़ाई से तय होगा आपका भविष्य

01 मई 2024 : आपका जन्मदिन

Marriage: पति पत्नी के बीच कितना होना चाहिए उम्र का फासला?

अगला लेख