महाशिवरात्रि पर महाकाल मंदिर में झिलमिलाएँगे लाखों दीये

Webdunia
मंगलवार, 1 मार्च 2022 (10:15 IST)
Mahashivratri 2022: महाशिवरात्रि 2022 पर बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन में शिव ज्योति अर्पणम महोत्सव आयोजित किया जा रहा है। यह महोत्सव दिवाली के दीपोत्सव की (Ujjain Mahashivratri Deepotsav 2022) तरह होगा। महा शिवरात्रि पर महाकालेश्वर मंदिर सहित संपूर्ण नगर में 21 लाख दीपक जलाकर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड तथा लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में नाम दर्ज कराने की तैयारी पूर्ण हो चुकी है। 1 मार्च की शाम को 7 बजे क्षिप्रा नदी के तट पर 12 लाख दीये जलाकर दीपोत्सव की शुरुआत होगी।
 
ALSO READ: महाकाल की नगरी उज्जैन में बनेगा विश्‍व रिकॉर्ड, सायरन बजते ही जलेंगे 21 लाख दीपक
17 हजार कार्यकर्ता संभालेंगे कमान : लगभग 17 हजार से अधिक स्वयंसेववक इस आयोजन को सफल बनाने के लिए कमान संभालेंगे। इनमें विभिन्न स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधि, विद्यार्थी, खिलाडी, व्यवसायिक एवं सामाजिक संगठन, धार्मिक संस्थाओं के प्रतिनिधि, सभी अखाड़ों के संतगण, शामिल है। प्रमुख आयोजन स्थल रामघाट पर दीप प्रज्वलन की व्यवस्था के लिए ब्लॉक और सेक्टर बनाए गए हैं। प्रत्येक सेक्टर में स्वयंसेवकों को नियुक्त किया गया है। इनके साथ पर्यवेक्षक भी रहेंगे।
 
 
सायरन बजते ही जलेंगे 21 लाख दीये : सभी दीपक एक साथ संध्या वंदन के समय यदि करीब 7 बजे शिप्राजी की छोटी आरती के समय जलाए जाएंगे। दीपक जलाने के पहले सायरन बजेगा और वॉलंटियर दीपक जलाना शुरू कर देंगे। महाशिवरात्रि पर शिप्रा नदी के भूखी माता मंदिर घाट से लेकर रामघाट तक 12 लाख दीपक लगाए जाएंगे। तीन लाख दीपक अलग-अलग जगहों, घरों और प्रतिष्ठानों में लगेंगे।
 
Koo App
महाशिवरात्रि पर्व की सभी प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं। भगवान भोले भंडारी कल्याणकारी हैं वह सभी का कल्याण और मंगल करें। उन्हीं की कृपा से प्रदेश में सभी प्रतिबंध समाप्त हो चुके हैं। आज 21 लाख दीपों से भगवान शिव की अवंतिका नगरी जगमगाएगी। आप भी इस दीपोत्सव में भाग लेकर आनंदित हों:CM - CM Madhya Pradesh (@CMMadhyaPradesh) 1 Mar 2022
उज्जैन के घाटों पर 12 लाख, महाकाल मंदिर में 51 हजार, फ्रीगंज टॉवर पर एक लाख, शहर के मंगलनाथ, चिंतामन मन, कालभैरव, भूखी माता, गढ़ कालिका, सिद्धवट, हरसिद्धि मंदिर सहित अन्य मंदिरों पर भी दीपक जलाए जाएंगे। इसके अलावा प्रमुख सार्वजनिक स्थानों पर दीप जलाए जाएंगे। नगर के नागरिक भी अपने घरों पर 5-5 दीप प्रज्वलित करेंगे। नागरिकों द्वारा उज्जैन नगर निगम के माध्यम से संकल्प पत्र भी भरे गए हैं।
 
 
वर्ल्ड रिकॉर्ड बनेगा : इस कार्यक्रम को रिकॉर्ड के रूप में दर्ज करने के लिए गिनीज वर्ल्ड रिकार्ड्स की टीम भी उज्जैन पंहुच चुकी है। कार्यक्रम में शाम सात बजे सायरन बजते ही दीपक एकसाथ जलाए जाएंगे। सभी दीपक करीब एक घंटे तक जलेंगे।

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

Chhath Puja katha: छठ पूजा की 4 पौराणिक कथाएं

शुक्र के धनु में गोचर से 4 राशियों को मिलेगा धनलाभ

कौन हैं छठी मैया? जानिए भगवान कार्तिकेय से क्या है संबंध?

छठी मैया के पूजन में मूली से लेकर कद्दू तक, जरूर शामिल की जाती हैं ये सब्जियां

महाभारत में कर्ण और कुंती ने की थी छठ पूजा, जानिए छठ पूजा का इतिहास और महत्व

सभी देखें

धर्म संसार

Chhathi Maiya And Surya Dev Puja Vidhi: छठ पर्व पर छठी मैया और सूर्यदेव की पूजा का सरल तरीका और पूजन का समय

Chhath Puja 2024: छठ पर्व के शुभ मुहूर्त, महत्व, कथा, आरती, चालीसा सहित समस्त सामग्री एक साथ

Dev diwali 2024: कार्तिक पूर्णिमा के दिन देव दिवाली रहती है या कि देव उठनी एकादशी पर?

Shani Margi: शनि का कुंभ राशि में मार्गी भ्रमण, 3 राशियां हो जाएं सतर्क

Chhath Puja Samagri List: छठ पूजा की संपूर्ण सामग्री

अगला लेख