Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia
Advertiesment

कैसे करें द्वितीया का श्राद्ध, मुक्ति मिलेगी प्रेतयोनि से

हमें फॉलो करें Pitru Shradh Paksha
, रविवार, 11 सितम्बर 2022 (17:59 IST)
16 shradh 2022 : 16 दिनों तक चलते वाले इस पितृपक्ष में पितरों की शांति और मुक्ति के लिए तर्पण और पिंडदान किया जाता है। श्राद्ध की सोलह 16 तिथियों का अलग अलग महत्व है। इन तिथियों में उनका श्राद्ध तो किया ही जाता है जिनकी तिथि विशेष में मृत्यु हुई है इसी के साथ हर तिथि का अपना खास महत्व भी है। द्वितीया श्राद्ध कर्म से मिलती है प्रेतयोनि से मुक्ति। जानें कैसे करें यह श्राद्ध-
 
1. जिनका भी स्वर्गवास द्वितीया तिथि को हुआ है तो उनका श्राद्ध कर्म इस दिन करना चाहिए।
 
2. दूसरे दिन के श्राद्ध के समय तिल और सत्तू के तर्पण का विधान है।
 
3. सत्तू में तिल मिलाकर अपसव्य से दक्षिण-पश्चिम होकर, उत्तर-पूरब इस क्रम से सत्तू को छिंटते हुए प्रार्थना करें।
 
4. प्रार्थना में कहें कि मारे कुल में जो कोई भी पितर प्रेतत्व को प्राप्त हो गए हैं, वो सभी तिल मिश्रित सत्तू से तृप्त हो जाएं।
 
5. फिर उनके नाम और गोत्र का उच्चारण करते हुए जल सहित तिल मिश्रित सत्तू को अर्पित करें।
 
6. फिर प्रार्थना करें कि 'ब्रह्मा से लेकर चिट्ठी पर्यन्त चराचर जीव, मेरे इस जल-दान से तृप्त हो जाएं।' 
 
7. तिल और सत्तू अर्पित करके प्रार्थना करने से कुल में कोई भी प्रेत नहीं रहता है।

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

घर में सफेद अपराजिता लगाने से क्या होगा?