✕
समाचार
मुख्य ख़बरें
राष्ट्रीय
अंतरराष्ट्रीय
प्रादेशिक
मध्यप्रदेश
उत्तर प्रदेश
क्राइम
फैक्ट चेक
ऑटो मोबाइल
व्यापार
मोबाइल मेनिया
लोकसभा चुनाव
समाचार
स्पेशल स्टोरीज
रोचक तथ्य
चर्चित लोकसभा क्षेत्र
लोकसभा चुनाव का इतिहास
भारत के प्रधानमंत्री
IPL 2024
IPL टीम प्रीव्यू
बॉलीवुड
बॉलीवुड न्यूज़
मूवी रिव्यू
वेब स्टोरी
आने वाली फिल्म
खुल जा सिम सिम
बॉलीवुड फोकस
आलेख
सलमान खान
सनी लियोन
टीवी
मुलाकात
धर्म-संसार
एकादशी
श्री कृष्णा
रामायण
महाभारत
व्रत-त्योहार
धर्म-दर्शन
शिरडी साईं बाबा
श्रीरामचरितमानस
आलेख
ज्योतिष
दैनिक राशिफल
रामशलाका
राशियां
आज का जन्मदिन
आज का मुहूर्त
लाल किताब
वास्तु-फेंगशुई
टैरो भविष्यवाणी
चौघड़िया
लाइफ स्टाइल
वीमेन कॉर्नर
सेहत
योग
NRI
मोटिवेशनल
रेसिपी
नन्ही दुनिया
पर्यटन
रोमांस
साहित्य
श्रीरामचरितमानस
धर्म संग्रह
काम की बात
क्रिकेट
अन्य खेल
खेल-संसार
शेड्यूल
श्रीराम शलाका
मध्यप्रदेश
एक्सप्लेनर
क्राइम
रामायण
महाभारत
फनी जोक्स
चुटकुले
वीडियो
फोटो गैलरी
अन्य
Hindi
English
தமிழ்
मराठी
తెలుగు
മലയാളം
ಕನ್ನಡ
ગુજરાતી
समाचार
लोकसभा चुनाव
IPL 2024
बॉलीवुड
धर्म-संसार
ज्योतिष
लाइफ स्टाइल
श्रीरामचरितमानस
धर्म संग्रह
काम की बात
क्रिकेट
श्रीराम शलाका
मध्यप्रदेश
एक्सप्लेनर
क्राइम
रामायण
महाभारत
फनी जोक्स
वीडियो
फोटो गैलरी
अन्य
श्राद्ध करते समय में क्या करें, क्या नहीं (10 बातें)
Webdunia
श्राद्ध में कुछ वस्तुओं का विशेष महत्व है तथा कुछ का निषेध है। आइए जानें 10 महत्वपूर्ण बातें....
महत्वपूर्ण वस्तुओं में चांदी के बर्तन, कुश, गौ, काला तिल हैं।
कुश तथा काला तिल भगवान विष्णु के शरीर से उत्पन्न माने गए हैं तथा चांदी भगवान शिव के नेत्रों से उत्पन्न माने गए हैं।
महुआ तथा पलाश के पत्र अत्यंत पवित्र माने गए हैं।
गौ दुग्ध, गंगाजल का प्रयोग श्राद्ध के कर्मफल को कई गुना बढ़ा देता है।
तुलसी के प्रयोग से पितृ अत्यंत प्रसन्न होते हैं।
पितरों का वर्ण रजत समान धवल तथा उज्ज्वल होता है इसलिए उनके कर्म में श्वेत तथा हल्की गंध के पुष्पों का प्रयोग ठीक माना जाता है।
श्राद्ध स्थान को गोबर से लीपकर शुद्ध किया जाता है। तीर्थ स्थान में श्राद्ध करना करोड़ों गुना फलदायक माना जाता है।
श्राद्ध में निषिद्ध दंतधावन, ताम्बूल सेवन, तैल मर्दन, उपवास, स्त्री संभोग, औषध ग्रहण तामसिक माना जाता है।
पीतल तथा कांसी के पात्र शुद्ध माने गए हैं। लौह पात्र अशुद्ध माने गए हैं।
गंधों में खस, श्रीखंड, कपूर सहित सफेद चंदन पवित्र तथा सौम्य माने गए हैं, बाकी निषिद्ध हैं।
वेबदुनिया पर पढ़ें
समाचार
बॉलीवुड
ज्योतिष
लाइफ स्टाइल
धर्म-संसार
महाभारत के किस्से
रामायण की कहानियां
रोचक और रोमांचक
सभी देखें
ज़रूर पढ़ें
क्या कर्मों का फल इसी जन्म में मिलता है या अगले जन्म में?
वैशाख अमावस्या का पौराणिक महत्व क्या है?
शनि अपनी मूल त्रिकोण राशि में होंगे वक्री, इन राशियों की चमक जाएगी किस्मत
Akshaya Tritiya 2024: अक्षय तृतीया से शुरू होंगे इन 4 राशियों के शुभ दिन, चमक जाएगा भाग्य
Lok Sabha Elections 2024: चुनाव में वोट देकर सुधारें अपने ग्रह नक्षत्रों को, जानें मतदान देने का तरीका
सभी देखें
धर्म संसार
धरती पर कब आएगा सौर तूफान, हो सकते हैं 10 बड़े भयानक नुकसान
घर के पूजा घर में सुबह और शाम को कितने बजे तक दीया जलाना चाहिए?
Astrology : एक पर एक पैर चढ़ा कर बैठना चाहिए या नहीं?
100 साल के बाद शश और गजकेसरी योग, 3 राशियों के लिए राजयोग की शुरुआत
Varuthini ekadashi 2024: वरुथिनी व्रत का क्या होता है अर्थ और क्या है महत्व
अगला लेख
श्राद्ध करने की सबसे सरल विधि....16 बातें जरूर पढ़ें