सिंहस्थ मेला क्षेत्र में भूमि पूजन हुआ, विकास कार्य प्रगति पर

Webdunia
गुरुवार, 25 फ़रवरी 2016 (19:10 IST)
संत सत्कार समिति, सिन्धु दर्शन यात्रा एवं हिमालय परिवार के सयुक्त पांडाल का सिंहस्थ मेला क्षेत्र बड़नगर रोड प्लाट न. डीयू-63 का भूमि पूजन केन्द्रीय सिंहस्थ समिति के अध्यक्ष माखन सिंह चौहान ने बुधवार 24 फरवरी को दोपहर में किया।
इस अवसर पर उत्तरांचल प्रांत रूडकी के महामंडलेश्वर स्वामी श्रीयतिन्द्रनंद गिरीजी महाराज, श्रीविभाष उपाध्याय, श्रीइकबालसिंह गांधी, नगर पालिक निगम उज्जैन के पूर्व अध्यक्ष श्रीप्रकाश चितौडा, डॉ. अवधेशपुरी महाराज, श्रीमती सरोज अग्रवाल, श्रीओमप्रकाश गुप्ता, श्रीप्रदीप तिवारी, श्रीभगवान शर्मा, श्रीश्याम माहेश्वरी एवं अन्य अनुयायी उपस्थित थे। पंडित घनश्याम नारायण व्यास ने विधिवत भूमिपूजन सम्पन्न कराया।
 
संत निवास व सीमेंट कांक्रीट कार्य पूर्ण : सिंहस्थ 2016 के तहत श्री पंचायती निरंजनी अखाड़ा उज्जैन मेला क्षेत्र में पड़ाव स्थल बड़नगर रोड पर प्रशासन द्वारा सीमेंट कांक्रीट सड़क व संत निवास का निर्माण कार्य पूर्ण कर लिया गया है। निर्माण कार्य गुणवत्तापूर्ण है। प्रशासन द्वारा बिजली, पेयजल, शौचालय निर्माण सहित अन्य निर्माण कार्य भी सर्वोच्च प्राथमिकता से करवाए जा रहे हैं। 
 
दिन-रात हो रहे है निर्माण कार्य, निखर रहा है उज्जैन का सौंदर्य : उज्जैन शहर में इन दिनों दिन-रात निर्माण कार्य चल रहे हैं। ये निर्माण कार्य ऐसे हैं जो सिंहस्थ के बाद भी उज्जैन नगर के विकास की कहानी दिनोंदिन बयां करते रहेंगे। निर्माण कार्यो में कान्ह नदी डायवर्सन और दत्त अखाड़ा सौंदर्यीकरण अन्य कई कार्य ऐसे हैं जिन्हें दिन-रात किया जा रहा है। कान्ह नदी डायवर्सन कार्य पूर्ण होने के बाद एक नए स्वच्छ शहर की शुरूआत करेगा। इस मामले में जानकारी देते हुए जल संसाधन विभाग के अधिकारी श्रीमुकूल जैन ने बताया कि 16.2 किलोमीटर का कार्य पूर्ण किया जा चुका है। ज्ञात हो कि कान्ह नदी का डायवर्सन का कार्य 18.7 किलोमीटर लम्बे क्षेत्र में किया जा रहा है। इस पुरे डायवर्सन कार्य में 7480 भूमिगत पाईप बिछाने का कार्य किया जाना है। इसमें से आज गुरुवार को 6200 भूमिगत पाईप बिछाने का कार्य किया जा चुका है। 
 
शिप्रा नदी के किनारे पर स्थित दत्त अखाड़ा घाट पर इन दिनों लाल पत्थर लगाने का कार्य चल रहा है। दत्त अखाड़ा घाट का सौंदर्यीकरण का कार्य उज्जैन विकास प्राधिकरण द्वारा किया जा रहा है। इस घाट का कुल 2 करोड़ 86 लाख रुपए की लागत से सौंदर्य निखारा जा रहा है। इस घाट को 1 लाख 25 हजार वर्ग फीट क्षेत्र में धोलपुरी लाल पत्थरों से सजाया जा रहा है। इस कार्य में 120 से अधिक कारीगर दिन-रात कार्य में लगे हुए हैं।

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