सिंहस्‍थ का पांचवां पर्व स्‍नान आज

Webdunia
मंगलवार, 10 मई 2016 (22:30 IST)
उज्जैन। सिंहस्‍थ महापर्व का पांचवां पर्व स्‍नान शंकराचार्य जयंती वैशाख शुक्‍ल पंचमी बुधवार को होगा। मोक्षदायिनी पुण्‍य-सलिला क्षिप्रा के तटों पर विशेषकर राम घाट, दत्‍त अखाड़ा एवं त्रिवेणी घाट पर श्रद्धा, भक्ति एवं परम्‍परा का संगम देखने को मिलेगा। स्‍नान पर्व में भाग लेने के लिए श्रद्धालुओं का महाकाल की नगरी उज्‍जयि‍नी पहुंचना शुरू हो गया है। 
     
आधिकारिक जानकारी के अनुसार, सिंहस्‍थ महापर्व में चैत्र शुक्‍ल पूर्णिमा से वैशाख शुक्‍ल पूर्णिमा के मध्‍य 10 स्‍नान तिथियां नियत की गई थीं। इसमें तीन शाही स्‍नान एवं सात विशेष पर्व स्‍नान शामिल हैं। सिंहस्‍थ महाकुम्‍भ में अभी तक दो 'शाही स्‍नान' एवं दो 'विशेष पर्व स्‍नान' हो चुके हैं।
      
शंकराचार्य जयंती 11 मई बुधवार, वृषभ संक्रांति पर्व 15 मई, रविवार, मोहिनी एकादशी पर्व वैशाख शुक्‍ल एकादशी मंगलवार, 17 मई, प्रदोष पर्व शुक्‍ल त्रयोदशी गुरुवार 19 मई, नृसिंह जयंती पर्व वैशाख शुक्‍ल चौदह शुक्रवार, 20 मई को विशेष पर्व स्‍नान तथा वैशाख शुक्‍ल पन्‍द्रह शनिवार 21 मई को शाही स्‍नान होगा।
 
उल्‍लेखनीय है कि सिंहस्‍थ महान धार्मिक पर्व है। बारह वर्ष के अंतर से यह पर्व तब मनाया जाता है जब बृहस्‍पति सिंह राशि पर स्थित रहता है। पवित्र क्षिप्रा नदी में पुण्‍य-स्‍नान की तिथियां चैत्र मास की पूर्णिमा से शुरू होती हैं और पूरे मास में वैशाख पूर्णिमा के अंतिम स्‍नान पर विभिन्‍न तिथि में सम्‍पन्‍न होती है। (वार्ता)
Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

क्या आपको आ रहा है कैंची धाम से बुलावा? पहचानें नीम करोली बाबा के ये दिव्य संकेत!

इस अक्षय तृतीया राशि के अनुसार करें माँ लक्ष्मी को प्रसन्न करने के उपाय, नहीं होगी धन की कमी

सोना बनाने की 155 विधि में से एक सटीक विधि का सूत्र

हिन्दू मास वैशाख माह के व्रत त्योहारों की लिस्ट

अक्षय तृतीया का क्या है महत्व?

सभी देखें

धर्म संसार

17 अप्रैल 2025 : आपका जन्मदिन

17 अप्रैल 2025, गुरुवार के शुभ मुहूर्त

दही के इन आसान उपायों से मजबूत होता है शुक्र ग्रह: जानें कमजोर शुक्र के लक्षण और निवारण

बर्थडे तिथि के अनुसार मनाएं या कि तारीख के, क्या है सही?

वैशाख मास का महत्व और इस माह के अचूक 5 उपाय

अगला लेख