Solar Eclipse 2021 : वर्ष 2021 का दूसरा और अंतिम सूर्य ग्रहण 4 दिसंबर शनिवार (Surya Grahan 2021 Date) को लगेगा। आओ जानते हैं कि कहां कहां दिखाई देगा और किस समय दिखाई देगा और क्या है इसका नियम।
1. कहां दिखाई देगा सूर्य ग्रहण ( where will the solar eclipse be visible ) : साल का आखिरी सूर्य ग्रहण अंटार्कटिका, दक्षिण अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अमेरिका में दिखाई पड़ेगा।
2. किस समय दिखाई देगा यह सूर्य ग्रहण (Surya Grahan 2021 Timing) : सूर्य ग्रहण 4 दिसंबर की सुबह 10 बजकर 59 मिनट पर शुरू होगा, जो दोपहर 03 बजकर 07 मिनट पर समाप्त होगा। यह ग्रहण लगभग चार घंटे लंबा होगा।
3. सूर्य ग्रहण का मंत्र ( Surya grahan ka mantra ) : ॐ रं रवये नमः या ॐ घृणी सूर्याय नमः 108 बार (1 माला) जाप करें। आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करें या गायत्री मंत्र का जाप करें।
धन प्राप्ति के लिए :
ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये
प्रसीद-प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्म्यै नम:।
बुरी शक्तियों से बचने के लिए :
“विधुन्तुद नमस्तुभ्यं सिंहिकानन्दनाच्युत
दानेनानेन नागस्य रक्ष मां वेधजाद्भयात्॥
शांति प्राप्त करने के लिए :
तमोमय महाभीम सोमसूर्यविमर्दन।
हेमताराप्रदानेन मम शान्तिप्रदो भव॥
3. नियम ( Sutak kaal ke Niyam ) :
1. इस दिन पानी को छान कर और उसमें तुलसी पत्ता डालकर ही सेवन करें।
2. गर्भवती महिलाओं को ग्रहण के दिन सावधान रहते हुए घर के बाहर नहीं निकलना चाहिए।
3. इस दिन भजन, ध्यान या प्रार्थना करना चाहिए।
4. इस दिन हो सके तो योग या साधना करना चाहिए।
5. इस दिन सूर्य देव के बीज मन्त्र का जप करना चाहिए।
6. इस दिन सूर्य ग्रहण के बाद घर में सभी ओर जल से शुद्धिकरण करें।
7. इस दिन मंदिर में प्रतिमा का शुद्धि करण भी किया जाना चाहिए।
8. ग्रहण के तुरंत बाद स्नान और पूजा पाठ करें।
9. ग्रहण के बाद ही भोजन बनाएं और खाएं। भोजन में तुलसी का पत्ता जरूर मिला लें।
10. ग्रहण में उपरोक्त सावधानी नहीं रख रहे हैं तो कम से कम खानपान और शुद्धिकरण में सावधानी जरूर रखें।
नोट : यह सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा, जिसके कारण यहां सूतक काल (sutak kaal) मान्य नहीं होगा। वैसे भी यह ग्रहण उपछाया ग्रहण होगा। पूर्ण ग्रहण होने पर ही सूतक काल मान्य होता है। सूर्य ग्रहण के प्रारंभ होने से 12 घंटे पूर्व ही सूतक काल प्रारंभ हो जाता है। शनि अमावस्या के दिन साल का आखिरी सूर्य ग्रहण 4 दिसंबर शनिवार को लगेगा। यह ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा इसलिए इसका सूतक काल मान्य नहीं होगा, परंतु फिर भी सूर्य ग्रहण के दिन किए जाने वाले कार्य जान लें क्योंकि ग्रहण का असर तो संपूर्ण धरती पर ही होगा।