मेजबान ब्राजील के लोग इस बात पर विचार व्यक्त कर रहे थे कि उनका चिर प्रतिद्वन्द्वी पड़ोसी देश अर्जेंटीना फुटबॉल के सबसे बड़े सम्मान को नहीं जीत सका। यूं तो खेल में जीत का ही सबसे अधिक महत्व होता है लेकिन कभी-कभी पड़ोसी को हारते देखना भी सांत्वना देता है।
जर्मनी के हाथों सेमीफाइनल मुकाबले में मिली 7-1 की शर्मनाक हार ने ब्राजील के छठे बार विश्वकप खिताब जीतने के सपने को तोड़ दिया था। जिसके बाद से इस लातिन अमेरिकी देश में गहरी निराशा का माहौल बना हुआ है लेकिन अर्जेंटीना के साथ उसकी स्थाई प्रतिद्वन्द्विता है।
यहां के 27 वर्षीय वकील पेड्रो कोजालिमो ने मैच के बाद कहा कि जर्मनी ने ब्राजील के लोगों को बड़ी खुशी दी है। जर्मनी की टीम की सेमीफाइनल की काली और लाल ड्रेस पहने इस वकील ने खुशी के साथ कहा, धन्यवाद, जर्मनी।
फाइनल मुकाबले को देखने की इच्छा लिए लगभग एक लाख अर्जेंटीनी रियो डि जेनेरियो पहुंचे थे। इनमें से कई हजारों किलोमीटर की ड्राइव कर पहुंचे थे और न तो उनके पास ठहरने की कोई व्यवस्था थी और न ही मैच देखने के लिए टिकट।
इनमें कई तो ब्राजील के कोपाकबाना बीच पर रूके थे। विश्वकप से पहले ही बाहर हो चुके ब्राजील को इन अर्जेंटीना के प्रशंसकों को संभालना मुश्किल हो रहा था। (भाषा)