फ्रांस के 45 वर्षीय कोच डिडिएर डेशैंप्स का लक्ष्य वर्ष 1998 की विश्व कप विजेता को दूसरी बार खिताब की मंजिल तक पहुंचाने का है।
फ्रांस ने इस टूर्नामेंट में किसी भी टीम के मुकाबले सबसे ज्यादा 62 बार गोल दागने का प्रयास किया है और इसी के साथ फ्रांस ग्रुप ई में 7 अंकों के साथ शीर्ष पर काबिज रहा था और अंतिम 16 में भी उसे फिलहाल नाइजीरिया के मुकाबले अधिक मजबूत माना जा रहा है जबकि उसके स्टार खिलाड़ी करीम बेनजेमा से पिछले मैचों की तरह इस बार भी बड़ा फेरबदल करने की उम्मीद होगी।
दूसरी ओर नाइजीरिया का लक्ष्य पहली बार विश्व कप के क्वार्टर फाइनल में प्रवेश करना है। इससे पहले वर्ष 1994 और 1998 में 2 बार नाइजीरिया अंतिम 16 में पहुंची थी, लेकिन दोनों बार वह यूरोपियन टीम से हार गई थी।
वर्ष 1994 में नाइजीरिया को दूसरे दौर में इटली से हार का सामना करना पड़ा था वहीं 1998 में डेनमार्क से शिकस्त झेलनी पड़ी थी।
यह पहली बार है, जब दो अफ्रीकी राष्ट्र नाइजीरिया और अल्जीरिया नॉकआउट दौर में पहुंचे हैं। ग्रुप एफ में नाइजीरिया 4 अंकों के साथ दूसरे नंबर पर रही थी।
भले ही पूर्व विश्व कप विजेता फ्रांस और अफ्रीकी टीम के बीच मैच को एकतरफा माना जा रहा है लेकिन वर्ष 2009 में नाइजीरिया ने फ्रांस को 1-0 से पराजित किया था। फ्रांस और नाइजीरिया के बीच अब तक यह एकमात्र मैच हुआ है।
हालांकि नाइजीरिया के लिए विश्व कप तक पहुंचना आसान नहीं था। टूर्नामेंट से पहले खिलाड़ियों ने भुगतान न मिलने पर विश्व कप में खेलने से ही इंकार कर दिया था।
टीम अधिकारियों ने बताया कि नाइजीरिया के राष्ट्रपति ने सभी को जल्द से जल्द भुगतान करने का आश्वसन दिया।
उम्मीद की जा सकती है कि टीम फ्रांस के खिलाफ सभी को चौंका पाएगी। इस टूर्नामेंट में अच्छे फॉर्म में चल रहे फ्रांस के स्टार खिलाड़ी करीम बेनजेमा पर सबकी निगाहें टिकी होंगी।
फ्रांस की टीम के एंटोनी ग्रजिमान ने कहा कि वैश्विक स्तर पर करीम टॉप खिलाड़ियों में से एक हैं। वे काफी उच्चस्तर का प्रदर्शन कर रहे है और वे ऐसे हैं, जो हमें खेलने के लिए प्रेरित करते है।
बेनजेमा ने अब तक टूर्नामेंट में फ्रांस के लिए 3 गोल दागे हैं जबकि होंडुरास पर टीम को मिली जीत में वे 'मैन आफ द मैच' भी रहे थे।
बेनजेमा का विश्व कप से पहले भी बेहतरीन सीजन रहा था और 26 वर्षीय खिलाड़ी ने रियाल की ओर से 52 मैचों में 24 गोल किए।
इतना ही नहीं, उन्होंने दुनिया के सबसे अमीर फुटबॉल क्लब को 10वां चैंपियन लीग और किंग्स क्लब टूर्नामेंट जितवाने में भी अहम भूमिका निभाई थी।
बेनजेमा ने इसी फार्म को अभी तक ब्राजील में भी कायम रखा है और उन्हें एक बार फिर फ्रांस के लिए अहम खिलाड़ी माना जा रहा है। (वार्ता)