दोनों दिग्गज टीमों के बीच दूसरे सेमीफाइनल में निर्धारित 90 मिनट और अतिरिक्त 30 मिनट तक खेल गोलरहित बराबरी पर रहा। इसके बाद पेनल्टी शूटआउट पर फैसला किया गया।
अर्जेंटीना के लिए कप्तान लियोनेल मेस्सी, इजेकील गारे, सर्जियो अगुएरो और मैक्सी रौद्रिगेज ने गोल किए जबकि नीदरलैंड्स के लिए सिर्फ आर्येन रोबेन और डर्क कुएट ही गोल कर सके।
मैच के हीरो अर्जेंटीना के गोलकीपर रोमेरो साबित हुए जिन्होंने रोन व्लार और वेसले स्नाइडेर के गोल बचाकर टीम को 5वीं बार विश्व कप फाइनल में पहुंचाया।
2 बार की चैंपियन अर्जेंटीना का सामना अब 3 बार के विजेता जर्मनी से रविवार को रियो डि जेनेरियो के माराकाना स्टेडियम में होगा।
अर्जेंटीना 1990 के बाद पहली बार विश्व कप फाइनल में पहुंचा है, जब डिएगो मेराडोना की टीम को जर्मनी ने हराया था।
जर्मनी और ब्राजील के बीच पहले सेमीफाइनल में जहां गोलों की बौछार हुई, वहीं दूसरे सेमीफाइनल में गोल करने के बहुत कम मौके बने। मैच हालांकि काफी तनाव और दबाव में खेला गया और किसी टीम ने अपने डिफेंस में सेंध मारने का मौका दूसरे को नहीं दिया।
डच टीम मेस्सी को रोके रखने में कामयाब रही। रान ब्लार ने फीफा के 4 बार के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी रहे मेस्सी को खुलकर खेलने का मौका नहीं दिया।
डच टीम के मेस्सी कहे जाने वाले रोबिन वान पर्सी पूरे 90 मिनट तक खेले लेकिन अतिरिक्त समय के 6ठे मिनट में उनकी जगह दूसरे खिलाड़ी को उतारा गया। पेट की समस्या से जूझ रहे वान पर्सी मैच से पहले ही फिट हुए थे।
रौद्रिगो पलाशियो को अतिरिक्त समय खत्म होने के 5 मिनट पहले अर्जेंटीना के लिए गोल करने का मौका मिला लेकिन उनका हेडर सीधे डच गोलकीपर जास्पर सिलेसेन के हाथ में चला गया।
पहले हाफ में कोई टीम करीबी मौके नहीं बना सकी। एकमात्र मौका अर्जेंटीना ने 20वें मिनट में मेस्सी की फ्रीकिक पर बनाया, लेकिन फिर सिलेसेन ने दाहिने ओर डाइव लगाकर गोल बचा लिया।
अर्जेंटीना फिर 75वें मिनट में गोल करने के करीब पहुंचा, जब एंजो पेरेज से मिले पास पर गोंजालो हिगुएन ने गेंद गोल की तरफ डाली लेकिन वह साइड नेट से टकराकर निकल गई।
आखिरी मिनटों में डच टीम ने भी हमले बोले। वेसले स्नाइडेर ने 90वें मिनट में आर्येन रोबेन को अर्जेंटीना के पेनल्टी क्षेत्र में गेंद की लेकिन जेवियर मस्कारेनो ने कड़ी कुशलता से उसे बाहर कर दिया।
मैच से पहले अर्जेंटीना के महान खिलाड़ी अल्फ्रेडो डि स्टीफेनो की याद में मौन रखा गया। स्टीफेनो का सोमवार को 88 बरस की उम्र में निधन हो गया था। (भाषा)