तकनीक के इस्तेमाल के पक्ष में हैं ब्लाटर?

Webdunia
बुधवार, 30 जून 2010 (18:48 IST)
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फीफा अध्यक्ष सेप ब्लाटर के रैफरियों की मदद के लिए तकनीक के संभावित इस्तेमाल के लिए लिए गए यूटर्न से सवाल उठा है कि वह सचमुच इसके पक्ष में हैं या फिर यह सिर्फ दिखावा है।

अगर सचमुच उनका हृदय परिवर्तन हुआ है तो यह अच्छी बात है या इसकी अधिक संभावना है कि उनका अचानक बदलना सिर्फ दिखावा है।

संदेह का कारण यह है कि ब्लाटर और फीफा लंबे समय से तकनीक के इस्तेमाल का विरोध करते आए हैं, जिससे मौजूदा विश्व कप सहित अन्य टूर्नामेंटों में रैफरियों की गलतियाँ कम करने में मदद मिलती।

दक्षिण अफ्रीका में चल रहे विश्व कप में गलतियों के बाद फीफा प्रमुख ने दिखाया कि जैसे उनकी आँखों के आगे से पर्दा हट गया हो।

उन्होंने मंगलवार को कहा कि तकनीक के इस्तेमाल की फाइल को दोबारा नहीं खोलना बेवकूफी होगा, लेकिन हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि ब्लाटर वही व्यक्ति हैं, जिन्होंने 2008 में कहा था, फुटबॉल को गलतियों के साथ ही आगे बढ़ने दीजिए। अगर इस मामले को साफ करें तो ब्लाटर सिर्फ उस तकनीक के इस्तेमाल की संभावना की बात कर रहे हैं, जिससे पता चले की गेंद ने कब गोललाइन पार की।

ब्लाटर ने कहा हालाँकि खिलाड़ियों के ऑफ साइड होने पर नजर रखने के लिए वीडियो के इस्तेमाल की हिमायत नहीं की। अर्जेन्टीना के कालरेस टेवेज ने रविवार को जब मैक्सिको के खिलाफ गोल दागा था तो वह ऑफ साइड थे।

इसके अलावा फ्रांस के थियेरी हेनरी के हैंडबॉल और अन्य फाउल को पकड़ने के लिए भी कोई तकनीक नहीं थी। ब्लाटर ने कहा कि फिलहाल हम जिस मामले में चर्चा में वापस शामिल रहे हैं वह गोललाइन तकनीक है। (भाषा)

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