पेस का दोहरे खिताब का सपना टूटा

Webdunia
भारतीय टेनिस स्टार लिएंडर पेस का अमेरिकी ओपन में दोहरे खिताब का सपना पुरुष युगल के फाइनल में हार के साथ टूट गया।

पेस और चेक गणराज्य के उनके जोड़ीदार लुकास ड्लूही की सातवीं वरीयता प्राप्त जोड़ी ऑर्थर. एस स्टेडियम में अमेरिका के ब्रायन बंधुओं बॉब और माइक से एक घंटे 54 मिनट तक चले मैच में सीधे सेटों में 6-7, 6-7 से हार गई।

इसके साथ ही पेस का 1999 में विम्बलडन का इतिहास यहाँ दोहराने की सपना पूरा नहीं हो पाया।

इस भारतीय खिलाड़ी ने इससे पहले कल जिम्बाब्वे की कारा ब्लैक के साथ मिलकर मिश्रित युगल का खिताब जीता था। उन्होंने फाइनल में ब्रिटेन के जेमी मुर्रे और अमेरिका की लिजेल ह्यूबर को 7-6 6-4 से हराया था।

पुरुष युगल के फाइनल में पेस और ड्लूही ने पहले सेट में शुरू में ही लय पकड़ ली थी, जबकि ब्रायन बंधु को इसमें थोड़ा समय लगा। पेस के शानदार प्रयासों से भारत और चेक गणराज्य की जोड़ी ने तीसरे गेम में ही बॉब ब्रायन की सर्विस तोड़कर बढ़त हासिल कर ली थी।

उनकी यह बढ़त हालाँकि अधिक देर तक नहीं रही। ड्लूही ने छठे गेम में डबल फाल्ट किया, जिसका उन्हें खामियाजा भुगतना पड़ा तथा ब्रायन बंधुओं की दूसरी वरीय जोड़ी ने ब्रेक प्वाइंट लेकर स्कोर 3-3 से बराबर कर दिया।

इसके अगले गेम में माइक ने भी डबल फॉल्ट किया था, लेकिन पेस और ड्लूही इसका फायदा नहीं उठा पाए। पेस ने अपनी सर्विस पर फिर एक ब्रेक प्वाइंट बचाया। इसके बाद हालाँकि दोनों जोड़ियों ने अपनी सर्विस बचाने को ही प्राथमिकता दी, जिससे पहला सेट टाइब्रेकर तक खिंच गया।

टाईब्रेकर में दोनों जोड़ियाँ एक समय 3-3 से बराबरी पर थी, लेकिन ब्रायन बंधुओं ने जल्द ही इसे 6-3 कर दिया। पेस और ड्लूही ने तीन सेट प्वाइंट में से दो को बचाने में ही सफल रहे और ब्रायन बंधुओं ने 49 मिनट तक चला यह सेट अपने नाम कर दिया।

ड्लूही ने दूसरे सेट के तीसरे गेम में फिर से अपनी सर्विस गँवाई, लेकिन इस सातवीं वरीय जोड़ी ने अगले गेम में ही ब्रेक प्वाइंट लेकर 2-2 से बराबरी कर दी। पाँचवें गेम में पेस की सर्विस पर एक समय स्कोर 0-40 था, लेकिन ड्लूही ने नेट पर शानदार खेल दिखाकर टीम को वापसी दिलाई।

ब्रायन बंधुओं का यह छठा ग्रैंडस्लैम है। इससे पहले उन्होंने 2005 में अमेरिकी ओपन खिताब जीता था।

पेस ने बाद में कहा कि ब्रायन बंधुओं ने बेहतरीन खेल दिखाया। उन्होंने कहा कि हमने अपनी तरफ से बेहतरीन प्रयास किया और कड़ी मेहनत की लेकिन ब्रायन बंधुओं ने महत्वपूर्ण अवसरों पर अच्छा खेल दिखाया।

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