भारत को अब भी स्वर्ण की तलाश

Webdunia
गुरुवार, 18 अक्टूबर 2007 (12:36 IST)
चौथे सैन्य विश्व खेलों के तीसरे दिन भी भारत भी सोने की तलाश में भटकता रहा हालाँकि उसे निशानेबाजी में 25 मीटर फायर पिस्टल स्पर्धा में रजत और पुरुषों की 1500 मीटर दौड़ में काँस्य हासिल हुआ। भारत अब तक एक रजत और दो काँस्य पदक जीत चुका है।

25 मीटर फायर पिस्टल स्पर्धा में विजय कुमार, पेमबा तमांग, सीके चौधरी और हमबीर सिंह ने 1744 अंक हासिल करते हुए रजत पदक जीता। इस स्पर्धा का स्वर्ण पदक चीन 1758 और काँस्य पदक रूस 1740 को मिला।

पुरुषों की 1500 मीटर दौड़ में भारत के चतोली हमजा ने 3:42:84 मिनट का समय निकालते हुए काँस्य पदक जीता। इस स्पर्धा में केन्या के गाथिंबा गिदेन 3:41:01 को स्वर्ण और कोरीर शेदरेक 3:41:56 को काँस्य मिला।

मुक्केबाजी में 48 किलो वर्ग में भारत के संजय कोलते को दक्षिण कोरिया के सेयुंग हायेक के हाथों शिकस्त झेलनी पड़ी, जबकि 75 किलो वर्ग में बेलारूस के मुक्केबाज वेसियालाव मिकालाई ने अमरजीत सिंह को धूल चटाई।

हालाँकि भारत के लिए राहत की बात यह रही कि उसके पाँच मुक्केबाज अपने मुकाबले जीतने में सफल रहे। 54 किलो वर्ग में नरजीतसिंह ने पिछले खेलों के काँस्य पदक विजेता चीन के मा यून्हो को 60 किलो वर्ग में थोई-थोई सिंह ने रूस के इवान याचिमेनेव को और 69 किलो वर्ग में डी. भाग्यराजन ने चीन के हन लेई को धूल चटाई। मुक्केबाजी में भारत के कुल सात खिलाड़ी क्वार्टर फाइनल में पहुँच चुके हैं।

वालीबॉल में अंतिम ग्रुप मैच में भारत ने ब्राजील को 3-1 से हराकर सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया। हालाँकि हैंडबॉल में यूनान के हाथों 27-32 से पराजित होकर उसकी चुनौती समाप्त हो चुकी है। कुश्ती में भारत के लिए निराशाजनक रहा।

Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

लीड्स की हार का एकमात्र सकारात्मक पहलू: बल्लेबाजी में बदलाव पटरी पर

ICC के नए टेस्ट नियम: स्टॉप क्लॉक, जानबूझकर रन पर सख्ती और नो बॉल पर नई निगरानी

बर्फ से ढंके रहने वाले इस देश में 3 महीने तक फुटबॉल स्टेडियमों को मिलेगी 24 घंटे सूरज की रोशनी

The 83 Whatsapp Group: पहली विश्वकप जीत के रोचक किस्से अब तक साझा करते हैं पूर्व क्रिकेटर्स

क्या सुनील गावस्कर के कारण दिलीप दोषी को नहीं मिल पाया उचित सम्मान?