पैरा आर्चर शीतल देवी को राष्ट्रपति मुर्मू ने दिया अर्जुन पुरुस्कार (Pics)

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शमी और पैरा निशानेबाज शीतल सहित अन्य को खेल पुरस्कारों से नवाजा

WD Sports Desk
मंगलवार, 9 जनवरी 2024 (15:42 IST)

भारत के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को मंगलवार को यहां राष्ट्रपति भवन में भव्य समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रीय खेल पुरस्कारों से सम्मानित किया गया जहां पैरा तीरंदाज शीतल देवी तालियों की गड़गड़ाहट के बीच पुरस्कार लेने पहुंचे।

हांगझोउ एशियाई पैरा खेलों में तीन स्वर्ण पदक जीतने वाली शीतल जब अपना अर्जुन पुरस्कार लेने पहुंची तो राष्ट्रपति भवन का दरबार हॉल तालियों की गड़गड़ाहट के साथ गूंजने लगा। इस 16 वर्षीय पैरा निशानेबाज के फोकोमेलिया नामक एक दुर्लभ स्थिति के कारण दोनों हाथ नहीं हैं और वह दोनों हाथों के बिना तीरंदाजी करने वाली पहली अंतरराष्ट्रीय पैरा तीरंदाज हैं। राष्ट्रपति ने इस दौरान शीतल के पुरस्कार और प्रशस्ति पत्र को पकड़ा हुआ था जबकि यह किशोरी हॉल के वातावरण और भव्यता में डूबी हुई थी।

राष्ट्रपति भवन में समारोह में 26 खिलाड़ियों और पैरा खिलाड़ियों को अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया। युवा स्टार पिस्टल निशानेबाज 19 वर्षीय ईशा सिंह भी जकार्ता में एशियाई ओलंपिक क्वालीफायर में हिस्सा लेने के कारण समारोह के लिए नहीं पहुंच सकीं। उन्होंने सोमवार को 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में व्यक्तिगत और टीम स्वर्ण जीतकर पेरिस ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया।

पिछले साल एशियाई खेलों में रिकॉर्ड 107 पदक के साथ भारत के शानदार प्रदर्शन की झलक पुरस्कार समारोह में भी दिखी क्योंकि पुरस्कार पाने वाले अधिकतर खिलाड़ी हांगझोउ खेलों के पदक विजेता थे।

राष्ट्रपति ने इसके बाद मंच से उतरकर व्हीलचेयर पर बैठी पैरा कैनोइंग खिलाड़ी प्राची यादव को पुरस्कृत किया और एक बार फिर हॉल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। प्राची हांगझोउ पैरा खेलों की स्वर्ण पदक विजेता हैं।

टखने की चोट से उबर रहे शमी सम्मान हासिल करने के लिए समारोह में मौजूद थे। उन्होंने पिछले साल एकदिवसीय विश्व कप में सात मैच में 24 विकेट चटकाए थे और भारत को फाइनल में जगह दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी।

हाल में शतरंज ग्रैंडमास्टर बनीं आर वैशाली को भी अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया। वह स्टार ग्रैंडमास्टर आर प्रज्ञानानंदा की बड़ी बहन हैं।कोनेरू हम्पी और द्रोणावल्ली हरिका के बाद ग्रैंडमास्टर बनने वाली वैशाली देश की तीसरी महिला खिलाड़ी हैं।

इस वर्ष अर्जुन पुरस्कार के लिए चुने गए अन्य दिग्गज खिलाड़ियों में पूर्व जूनियर विश्व चैंपियन और पिछले साल सीनियर चैंपियनशिप की कांस्य पदक विजेता पहलवान अंतिम पंघाल, पिछले साल विश्व चैंपियनशिप के कांस्य विजेता मुक्केबाज मोहम्मद हुसामुद्दीन और एथलीट पारूल चौधरी भी शामिल रहे।

इस वर्ष द्रोणाचार्य पुरस्कार विजेताओं में शतरंज कोच आरबी रमेश भी शामिल हैं जिन्होंने प्रज्ञानानंदा को तैयार किया है।खेल रत्न विजेताओं को 25 लाख रुपये का नकद पुरस्कार दिया जाता है जबकि अर्जुन और द्रोणाचार्य पुरस्कार में 15 लाख रुपये का नकद पुरस्कार शामिल है।(भाषा)<>

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