लंदन। विंबलडन अगले साल से सभी स्पर्धाओं में पहली बार अंतिम सेट में टाइब्रेक लागू करेगा, लेकिन इसे निर्णायक सेट में स्कोर 12-12 पर पहुंचने के बाद ही अपनाया जाएगा।
ऑल इंग्लैंड लॉन टेनिस क्लब ने शुक्रवार को कहा, हमारा नजरिया है कि निर्णायक सेट के दौरान जो मैच एक उचित बिंदु पर परिणाम तक नहीं पहुंचते हैं, उनमें टाइब्रेक लागू करने का समय आ गया है। अमूमन किसी सेट में स्कोर 6-6 होने पर टाइब्रेक खेला जाता है, लेकिन अभी तक केवल यूएस ओपन ही एकमात्र ऐसा ग्रैंडस्लैम है, जहां पांचवें सेट में भी टाइब्रेक का उपयोग किया जाता है।
इस साल विंबलडन में पुरुष फाइनल में केविन एंडरसन सीधे सेटों में नोवाक जोकोविच से हार गए थे, जबकि इससे पहले उन्होंने जान इसनर को साढ़े छह घंटे में हराया था। इस मैच में पांचवां सेट उन्होंने 26-24 से जीता था और इसके बाद दो दिन से भी कम समय में उन्हें फाइनल खेलना पड़ा था।
क्लब के चेयरमैन फिलिप ब्रूक ने कहा, हम जानते हैं कि अंतिम टेस्ट में बहुत कम मैच लंबे खिंचते हैं, लेकिन हमें लगता है कि 12-12 पर टाइब्रेक करने से खिलाड़ियों को आगे बढ़ने के लिए पर्याप्त अवसर मिलेगा और इससे मैच के स्वीकार्य समयसीमा पर भी समाप्त होगा।
अमेरिका के इसनर और फ्रांस के निकोलस माहूट के बीच 2010 में विंबलडन इतिहास का सबसे लंबा मैच खेला गया था। इसका पांचवां सेट इसनर ने 70-60 से जीता था और यह मैच 11 घंटे से भी अधिक समय तक चला था। (वार्ता)