नई दिल्ली। भारतीय सीनियर महिला हॉकी टीम के नवनियुक्त कोच हरेन्द्र सिंह ने अपनी नई भूमिका को लेकर खुशी जताते हुए कहा है कि यह उनके लिए सम्मान की बात है और वे अब महिला हॉकी को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लक्ष्य पर काम करेंगे।
गत वर्ष जूनियर पुरुष हॉकी टीम को विश्व विजेता बना चुके हरेन्द्र ने सीनियर महिला टीम का कोच बनाए जाने के बाद कहा कि पिछले कुछ दिन काफी अहम रहे लेकिन अब आगे बढ़ने का वक्त आ गया है। महिला सीनियर टीम की पूर्ण जिम्मेदारी मिलना मेरे लिए सम्मान की बात है। मैं उन सभी लोगों को धन्यवाद करना चाहता हूं जिन्होंने मुझे इस पद तक पहुंचाया है।
हरेन्द्र ने कहा कि मैं अपने स्टाफ के साथ अब नए और युवा खिलाड़ियों के साथ काम करने को लेकर उत्साहित हूं। हम टीम को हर संभव तरीके से अच्छा माहौल दिलाने का प्रयास करेंगे और इसके बदले हमें उम्मीद रहेगी कि खिलाड़ी भी उतना अच्छा प्रदर्शन करें और टीम को शीर्ष तक ले जाने के लिए काम करें।
जूनियर टीम के साथ सख्त और बेहद परिश्रमी कोच के रूप में अपने काम के लिए पहचान पाने वाले नए कोच ने कहा कि मैंने जो अनुभव अभी तक जूनियर पुरुष टीम के साथ साझा किया है वैसे ही मैं अब महिला टीम के साथ भी काम करूंगा और मेरा यही एकमात्र लक्ष्य है। मुझे पता है कि हम दोबारा इस राह पर चल सकते हैं। कोच हरेन्द्र ने नए खेल मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौर, भारतीय खेल प्राधिकरण (साई), हॉकी इंडिया को भी उन्हें दिए गए समर्थन के लिए धन्यवाद दिया।
उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को ही भारतीय सीनियर महिला हॉकी टीम के कोच वाल्टरूस नोर्बेटस मारिया मरीने को देश की सीनियर पुरुष हॉकी टीम का नया मुख्य कोच जबकि जूनियर टीम के कोच हरेन्द्र को सीनियर महिला टीम का नया कोच बनाया गया है। साई और हॉकी इंडिया ने की गुरुवार को हुई संयुक्त बैठक में यह फैसला लिया था।
हरेन्द्र वर्ष 2008 और 2009 में सीनियर पुरुष हॉकी टीम के मुख्य कोच भी रह चुके हैं और अपनी सख्त कोचिंग के लिए प्रसिद्ध हैं। इसके अलावा हरेन्द्र वर्ष 2009 और 2010 में राष्ट्रीय कोच भी रहे। उन्हें लेवल-3 का सर्टिफिकेट हासिल है। वे जल्द ही महिला सीनियर टीम के मुख्य कोच का पदभार संभालेंगे। (वार्ता)