विवाद में घिरी 'जलपरी' श्रद्धा की गंगा यात्रा

Webdunia
रविवार, 4 सितम्बर 2016 (19:13 IST)
मिर्जापुर। गंगा के रास्ते कानपुर से वाराणसी की यात्रा पर निकली जलपरी श्रद्धा शुक्ला मिर्जापुर पहुंचते-पहुंचते विवादों में घिर गई हैं। फिल्मकार एवं पत्रकार विनोद कापड़ी और श्रद्धा शुक्ला के पिता ललित शुक्ल ने एक-दूसरे के खिलाफ स्थानीय विन्ध्याचल थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। इस घटना से श्रद्धा अवाक् हैं। उनके चेहरे पर मुस्कान के स्थान पर दर्द स्पष्ट दिखाई दे रहा है।
गौरतलब है कि दो दिन पहले विनोद ने श्रद्धा के पिता पर गंगा यात्रा को लेकर कई आरोप लगाए थे। उन्होंने कहा था कि यह यात्रा पूरी तरह से लोकप्रियता पाने के लिए है। श्रद्धा पानी में थोड़ी देर दो-तीन किलोमीटर दूर तक तैरती हैं जबकि शेष यात्रा नाव पर सवार होकर करती हैं।
 
मिर्जापुर जिले के जिगना में प्रवेश करते ही मामला तूल पकड़ गया और दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए। शनिवार रात दोनों पक्षों की ओर से थाने में प्रथम सूचना रिपोर्ट (एफआईआर) दर्ज कराई गई है।
 
पुलिस अधीक्षक अरविंद सेन ने रविवार को यहां बताया कि ललित शुक्ला ने विनोद पर पैसे मांगने और ब्लैकमेलिंग का आरोप लगाया है, वहीं विनोद ने श्रद्धा के पिता से अपनी जान को खतरा और जनता को धोखा देने का आरोप मढ़ा है। सेन ने बताया कि विनोद को सुरक्षा मुहैया कराई गई है।
 
कानपुर से वाराणसी की 570 किमी की यात्रा पर निकली जलपरी के नाम से ख्याति प्राप्त कर चुकी श्रद्धा यात्रा के बीच ताजा प्रकरण से काफी मर्माहत हैं। बारह वर्षीय बालिका घटना का जिक्र करने पर रोने लगती है। उसे इस प्रकरण के विषय में कुछ भी नहीं पता है। उसे देखने के लिए हजारों की संख्या में लोग घाटों पर मौजूद रहते हैं कुछ तो उसकी पूजा करने लगते हैं। विनोद के खुलासे के बाद भी उसकी चमक में कोई भी कमी नहीं है।
 
विनोद ने ललित शुक्ला पर दोष मढ़ते हुए यात्रा को विवादास्पद करार दिया है। ललित भी विनोद पर भड़क उठते हैं। दोनों जनता को गुमराह करने के लिए एक-दूसरे को दोषी करार देते हैं। अपनी यात्रा में पहले से ही घंटों लेट चल रही श्रद्धा को इस प्रकरण ने हतोत्साहित कर दिया है। हालांकि वह इस पर बात नहीं कर रही है फिर भी उसका फूल सा चेहरा मुरझाया-ळ सा दिखता है।
 
नाव में खराबी के कारण रविवार को उसकी यात्रा यहां से काफी देर बाद शुरू हुई है। अब वह यहां से चुनार होते हुए अपने निर्धारित पड़ाव वाराणसी पहुंचेगी। रास्ते में लोग पलक पावड़े बिछाए उसके इंतजार में घाटों पर खड़े हैं। (वार्ता) 
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