भारत की शीर्ष बैडमिंटन खिलाड़ी और दो बार की ओलंपिक पदक विजेता पीवी सिंधू ने रविवार को सिंगापुर ओपन का खिताब अपने नाम किया। सिंधू ने चीन की वांग जी यी को फाइनल मुकाबले में 21-9, 11-21, 21-15 से मात देकर सुपर 500 टूर्नामेंट में शीर्ष स्थान हासिल किया।
सिंधू ने पहले गेम में शानदार लय के साथ उसे 21-9 से जीत लिया। दूसरे गेम में वांग जी ने वापसी की और सिंधू के प्रयासों के बावजूद मैच को निर्णायक मुकाबले की ओर धकेल दिया। निर्णायक मुकाबले में सिंधू ने पहले पॉइंट से खाता खोला मगर वांग यी ने लगातार दो पॉइंट बना लिये। सिंधू ने मैच के शुरुआती लम्हों जैसी लय में वापसी करते हुए 8-5 की बढ़त बना ली।
चीनी खिलाड़ी ने मैच में वापसी करने का प्रयास किया लेकिन सिंधू ने अपनी शुरुआती बढ़त में इजाफा करते हुए गेम को 21-15 पर समाप्त कर फाइनल पर कब्जा किया। सिंधू ने इससे पहले सेमीफाइनल में जापान की साइना कावाकामी को 21-15, 21-7 से मात दी थी।
सिंधू ने मैच के बाद कहा, समर्थन करने वाले सभी लोगों को धन्यवाद। सिंगापुर एक अच्छा शहर है, यहां आकर अच्छा लगा। लंबे समय के बाद फाइनल जीतना हमेशा अच्छा होता है। आज यह खिताब हासिल करना बहुत मायने रखता है क्योंकि इससे मुझे काफी आत्मविश्वास मिलता है और निश्चित रूप से यह मुझे नये स्तर पर ले जाएगा।
उन्होंने कहा, पूरा टूर्नामेंट अच्छा रहा है। यह तो बस शुरुआत है और मैं राष्ट्रमंडल खेलों पर अपना ध्यान केंद्रित करने से पहले थोड़ा आराम करना चाहूंगी। सिंधू सिंगापुर ओपन जीतने वाली दूसरी भारतीय महिला हैं। 12 साल पहले साइना नेहवाल ने भी यह खिताब जीता था।
इस खिताबी जीत से सिंधू का आत्मविश्वास बढ़ेगा जो बर्मिंघम में 28 जुलाई से होने वाले राष्ट्रमंडल खेलों में भारतीय चुनौती की अगुआई करेंगी।सिंधू का मौजूदा सत्र का यह तीसरा खिताब है। उन्होंने सैयद मोदी अंतरराष्ट्रीय और स्विस ओपन के रूप में दो सुपर 300 टूर्नामेंट जीते। सिंधू ओलंपिक में रजत और कांस्य पदक के अलावा विश्व चैंपियनशिप में एक स्वर्ण, दो रजत और दो कांस्य पदक भी जीत चुकी हैं।