नई दिल्ली:हाल के दिनों में पहलवानों के लिए बुरी खबर ही सुनने में आ रही है। पहले तो सागर धनकड़ हत्या के मामले में दो बार के ओलंपिक विजेता सुशील कुमार आरोपी बने और पुलिस से छुपते छुपाते अंत में पंजाब में पकड़े गए।
उनकी गिरफ्तारी के बाद उन से संबंधित बुरी खबर ही आ रही हैं। सबसे पहले उन्हें 4 दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा फिर इसको 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में तब्दील कर दिया गया। वहीं रेल्वे ने भी उनको सस्पेंड कर दिया गया।
बहरहाल ओलंपिक का सपना संजोए एक और पहलवान के लिए बुरी खबर है। राष्ट्रमंडल खेलों के स्वर्ण विजेता और टोक्यो ओलिंपिक जाने वाले पहलवान सुमित मलिक डोप टेस्ट में फेल हो गए हैं। सुमित ने 125 किग्रा फ्री स्टाइल वर्ग में टोक्यो के लिए कोटा हासिल किया था। यह दूसरा मौका है जब सुमित डोपिंग में फेल हुए हैं।
भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के सहायक सचिव विनोद तोमर ने इस बात की पुष्टि की है। उन्होंने यह भी कहा कि सुमित बीमार थे इस कारण ये हो सकते है उन्होंने गलती से कोई दवा ले ली हो। कुश्ती की विश्व संस्था यूनिटेड वर्ल्ड रेसलिंग ने उन्हें फिलहाल अस्थाई रूप से निलंबित कर दिया है।
वह इससे पहले 2016 के रियो ओलम्पिक से पूर्व डोप टेस्ट में फेल हुए थे। इस बार वह सोफिया में हाल में हुए क्वालीफायर्स में डोप टेस्ट में फेल हुए थे । विनोद तोमर ने शुक्रवार को कहा कि उन्हें 10 जून को अपना बी नमूना देना है । यदि उनका बी नमूना भी पॉजिटिव पाया जाता है तो उन पर प्रतिबन्ध लग जाएगा।
विश्व डोपिंग रोधी एजेंसी (वाडा) के नियमों के अनुसार सुमित निलंबन को चुनौती दे सकते हैं लेकिन जब तक सुनवाई शुरू होगी और फैसला आएगा तब तक ओलम्पिक समाप्त हो जाएंगे।(वार्ता)