Sunil Chhetri Retirement and records : भारत के सबसे बड़े फुटबॉल आइकॉन सुनील छेत्री ने फुटबॉल जगत को अचानक दिया झटका। उन्होंने अपने 2 दशक से करियर को अंत करने का फेंसला किया। उन्होंने अपने सोशल मीडिया पर 9 मिनट का वीडियो पोस्ट कर संन्यास का ऐलान किया जिसमे वे बड़े ही इमोशनल नजर आए। अपने संन्यास की घोषणा करते हुए भावुक होकर 39 वर्षीय फुटबॉल दिग्गज ने कहा 'पिछले 19 वर्षों में मुझे जो एहसास याद है, वह कर्तव्य, दबाव और अपार खुशी का एक बहुत अच्छा संयोजन है।'
भारतीय फुटबॉल टीम कप्तान सुनील छेत्री ने 6 जून को कोलकाता में कुवैत के खिलाफ फीफा विश्व कप क्वालीफाइंग (FIFA World Cup qualifiers) मैच के बाद अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल से संन्यास लेंगे।
छेत्री ने मार्च में भारत के लिए गुवाहाटी में अफगानिस्तान के खिलाफ अपना 150वां मैच खेला था। उस मैच में उन्होंने गोल भी दागा था। हालांकि, भारत वह मैच 1-2 से हार गया था।
छेत्री ने 2005 में अपने करियर की शुरुआत की थी। देश के लिए अभी तक उन्होंने 94 गोल किए हैं।
सुनील छेत्री अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल मैचों में सबसे ज्यादा गोल करने वाले टॉप-5 फुटबॉलर्स में शामिल हैं। पुर्तगाल के क्रिस्टियानो रोनाल्डो Cristiano Ronaldo) ने 206 मैचों में 128 गोल के साथ अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल में सबसे अधिक गोल किए हैं। ईरान के Ali Daei (108) दूसरे और Lionel Messi (106) तीसरे नंबर पर हैं। इन तीनों के बाद सुनील छेत्री हैं। मलेशिया के Mokhtar Dahari (89) पांचवें नंबर पर हैं।
भारतीय कप्तान ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर करते हुए संन्यास लेने की घोषणा की। उन्होंने कहा, कुवैत के खिलाफ मैच आखिरी होगा।
उन्होंने कहा, एक दिन ऐसा है जिसे मैं कभी नहीं भूल सकता. मैं अक्सर याद करता हूं कि जब मैंने पहली बार अपने देश के लिए खेला था. यह अविश्वसनीय था. नेशनल टीम के मेरे पहले कोच सुखी सर एक दिन सुबह मेरे पास आए और उन्होंने कहा- तुम आज करियर शुरू करने जा रहे हो? मैं बता नहीं सकता कि मैं उस वक्त कैसा महसूस कर रहा था. मैंने अपनी जर्सी ली और उस पर कुछ परफ्यूम छिड़का… मुझे नहीं पता कि मैंने ऐसा क्यों किया.
छेत्री ने अपने शानदार करियर में 6 बार AIFF Player of the Year का खिताब जीता है। अंतर्राष्ट्रीय लेवल पर भारतीय कप्तान ने 2008 में एएफसी (AFC) चैलेंज कप, 2011 और 2015 में एसएएफएफ (SAFF) चैंपियनशिप, 2007, 2009 और 2012 में नेहरू कप के साथ-साथ 2017 में इंटरकांटिनेंटल कप में खिताब जीते हैं।
छेत्री को उनकी उत्कृष्ट खेल उपलब्धि के लिए 2011 में अर्जुन पुरस्कार , 2019 में पद्म श्री पुरस्कार, भारत का चौथा सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार मिला। 2021 में, उन्हें भारत का सर्वोच्च खेल सम्मान खेल रत्न पुरस्कार मिला और वह यह पुरस्कार पाने वाले पहले फुटबॉलर बने।
सुनील ने फुटबॉल खेलने की शुरुआत साल 2002 में की थी। 17 की उम्र में वह मोहन बागान क्लब का हिस्सा बने। उन्होंने अपना पहला अंतरराष्ट्रीय गोल 20 की उम्र में दागा था। एफसी चैलेंज कप फाइनल 2008 में ताजिकिस्तान के खिलाफ सुनील ने तीन गोल किए थे। उन्ही की मदद से भारतीय टीम ने 27 सालों बाद एएफसी एशियन कप के लिए क्वालिफाई किया था।