पुणे से अभिजीत देशमुख
पुणे। टाटा ओपन टेनिस टूर्नामेंट में सबसे बड़ा उलटफेर उस वक्त देखने को मिला, जब 2017 के चैम्पियन और तीसरी वरीयता प्राप्त स्पेन के रॉबर्टो अगुट एकल में अपना मुकाबला हार गए। फ्रांस के गिल्स सिमोन ने सबको चकित करते हुए सीधे सेटो में रॉबर्टो को 6-3, 7-6 से हराकर उन्हें टूर्नामेंट से बाहर का रास्ता दिखा दिया। विश्व टेनिस रैंकिंग में चौथे स्थान पर रह चुके क्रोएशिया के मरीन चिलीच ने युवा भारतीय टेनिस स्टार रामकुमार रामनाथन को सीथे सेटों में 6-4, 6-3 से हराकर क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया।
मरीन चिलीच और रामकुमार रामनाथन के मैच पर स्थानीय टेनिस प्रेमियों की खास दिलचस्पी थी। मैच की शुरुआत में ही दो 'ऐस' लगाकर चिलीच ने 2018 का शानदार आगाज किया और रामनाथन को ग्रैंड स्लैम विजेता क्या होता है, उसका भी अहसास दिलाया।
रामनाथन पर दबाव जल्द ही दिखने लगा था और वे अपनी सर्विस को चौथे गेम में गवां बैठे थे। चिलीच ने जल्दी ही 4-1 से बढ़त हासिल की, लेकिन रामनाथन ने कुछ अविस्मरणीय फोरहैंड लगाते हुए दर्शकों के साथ चिलीच को चकित कर डाला।
रामनाथन ने चिलीच की सर्विस को ब्रेक करते हुए 4-2 से मैच में पुन: वापसी की कोशिश की, लेकिन चिलीच ने अपनी रामबाण 'सर्विस' 220 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से डालते हुए खतरनाक वार किया। उन्होंने अपना वर्चस्व दिखाते हुए केवल 46 मिनट में पहला सेट 6-4 से अपने पक्ष में कर लिया। दूसरे सेट चिलीच ने रामनाथन पर कोई दया नहीं दिखलाई और केवल 31 मिनट में 6-3 से सेट अपने नाम किया।
मैच समाप्त के बाद चिलीच ने रामनाथन की जिगरबाज खेल की प्रशंसा की और जल्द ही उनके विश्व के 100 खिलाड़ियों में शुमार होने की उम्मीद भी जताई।
दूसरे मैच में आठवें स्थान पर फ्रांस के पियरी हर्बर्ट ने भारतीय युकी भांबरी को एक रोमांचक मुकाबले में 4-6, 6-3, 6-4 से पराजित किया। करीब दो घंटे चले इस मुकाबले में युकी ने पहले सेट 4-6 से जीतकर हर्बर्ट पर दबाव डाला। हर्बर्ट पहले मैच में भी पहला सेट गंवाकर मैच जीता था और इस मैच में भी उन्होंने कुछ ऐसा ही किया।
दूसरे सेट में हर्बर्ट ने यूकी को बहुत काफी परेशान किया। कभी ड्रॉप और कभी लॉब शॉट्स डालकर यूकी को स्तब्ध कर डाला। हर्बर्ट ने दूसरा सेट 6-3 से जीतकर मैच बराबरी पर ला खड़ा किया और भारतीय प्रशंसकों तनाव में डाल दिया। तीसरा सेट काफी रोमांचिक हो गया था।
युकी को हर्बर्ट की सर्विस भेदने के 6 मौके मिले लेकिन एक बार भी उन्होंने इसका लाभ नहीं उठाया। हालांकि युकी ने भी अपनी सर्विस कायम रखी और 4-4 से बराबरी पर मैच ला खड़ा किया। इसके बाद हर्बर्ट ने अपने अनुभव का फायदा उठाया और एक ब्रेक पॉइंट हासिल किया। युकी का हौसला तोड़ने में उनका यह एक ब्रेक पॉइंट काफी था।
हर्बर्ट ने तीसरा सेट 6-4 से जीतकर क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई। युकी के बाहर होते ही इस एटीपी टूर प्रतियोगिता में भारतीय चुनौती भी समाप्त हो गई है। युगल में भारत को अच्छी खबर हाथ लगी। युकी भांबरी-दीवीज शरन जोड़ी ने लस्लो दजेरे-ब्लाज कवचीच की जोड़ी को आसानी से 53 मिनट में 6-2, 6-2 से पराजित किया।