नई दिल्ली:पी आर श्रीजेश को विश्राम दिये जाने के कारण एशियाई चैंपियन्स ट्राफी (एसीटी) के लिये भारतीय हॉकी टीम में चुने गये गोलकीपर सूरज करकेरा का मानना है कि इस अनुभवी गोलकीपर की जगह भरना मुश्किल होगा। छब्बीस वर्षीय करकेरा भारत की तरफ से आखिरी बार 2019 में तोक्यो ओलंपिक परीक्षण प्रतियोगिता में खेले थे।
करकेरा ने ढाका में होने वाली प्रतियोगिता से पूर्व कहा, मैं लंबे समय के बाद भारत के लिये खेलने का मौका पाकर वास्तव में उत्साहित हूं। जब भी आपको भारतीय जर्सी पहनने का मौका मिलता है तो बेहद खुशी मिलती है। मैं बिल्कुल भी नर्वस नहीं हूं क्योंकि हमने अच्छी तरह से अभ्यास किया है। मुझे स्वयं पर और अपनी क्षमताओं पर पूरा भरोसा है।
करकेरा के सामने अनुभवी गोलकीपर श्रीजेश की जगह भरने की चुनौती होगी जिन्हें टूर्नामेंट से विश्राम दिया गया है।
करकेरा ने कहा, पीआर श्रीजेश पिछले कई वर्षों से भारत के लिये लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। उनकी जगह भरना बहुत मुश्किल होगा, लेकिन मुझे जब भी मौका मिलेगा मैं अपना शत प्रतिशत देने की कोशिश करूंगा।"
उन्होंने कहा, "हम उनसे इतने लंबे समय से सीख रहे हैं। वह गोलपोस्ट में अभ्यास के दौरान हम सभी के साथ अपना अनुभव साझा करते हैं और हमें बहुत सारे गुर सिखाते हैं। इसलिए मेरी बड़ी जिम्मेदारी है।
दूसरी श्रेणी के खिलाड़ियों के लिये प्रतिभा दिखाने का अच्छा मंच होगी एसीटी : मनप्रीत सिंह
भारतीय पुरूष हॉकी टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह ने कहा कि ढाका में आगामी एशियाई चैम्पियंस ट्राफी (एसीटी) दूसरी श्रेणी के खिलाड़ियों को अपनी प्रतिभा दिखाने और मुख्य टीम में दावा पेश करने का उचित मंच प्रदान करेगी।
टूर्नामेंट पहले पिछले साल आयोजित किया जाना था जिसे कोविड-19 महामारी के कारण कई बार स्थगित कर दिया गया था। अब यह 14 से 22 दिसंबर तक आयोजित किया जायेगा।
इस साल के शुरू में टीम के ऐतिहासिक ओलंपिक कांस्य पदक विजयी अभियान के बाद यह भारत का पहला टूर्नामेंट होगा। मनप्रीत सिंह की अगुआई वाली टीम तोक्यो खेलों की टीम में शामिल आठ खिलाड़ियों के बिना होगी जिसमें अनुभवी गोलकीपर पीआर श्रीजेश भी शामिल हैं जिन्हें आराम दिया गया है।
मनप्रीत ने कहा, तोक्यो ओलंपिक टीम में शामिल करीब 10 खिलाड़ियों को आराम दिया गया है, यह उन खिलाड़ियों के लिये शानदार मौका है जो बड़े अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में प्रदर्शन करने के लिये मौका मिलने का इंतजार कर रहे थे। यह उनके लिये अपनी प्रतिभा और जज्बा दिखाने का अच्छा मंच होगा।
गत चैम्पियन भारत शुरूआती दिन कोरिया के खिलाफ अपना अभियान शुरू करेगा जिसमें बाद उसकी भिड़ंत जापान, मलेशिया, पाकिस्तान और मेजबान बांग्लादेश से होगी। यह खिताब के लिये एक पूल का टूर्नामेंट होगा।
कप्तान ने कहा, तोक्यो ओलंपिक के बाद यह हमारा पहला टूर्नामेंट होगा इसलिये सामान्य सी बात है कि खिलाड़ी भी काफी उत्साहित होंगे। हमने भुवनेश्वर में अच्छा अभ्यास किया और मुझे लगता है कि यहां का मौसम भी ढाका के समान है तो हमें परिस्थितियों के अनुरूप ढलने में ज्यादा समय नहीं लगेगा।
इस शीर्ष मिडफील्डर ने कहा, यह प्रतिस्पर्धा के हिसाब से ही नहीं बल्कि अन्य टीमों की क्षमता परखने के लिये भी अच्छा टूर्नामेंट होगा। हम एशियाई खेलों और एशिया कप से पहले अन्य एशियाई देशों की प्रगति भी भांप लेंगे।
कोरिया के बाद भारत 15 दिसंबर को बांग्लादेश से भिड़ेगा जिसके बाद उसका सामना 17 दिसंबर को चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान से होगा। इसके बाद 18 दिसंबर को टीम मलेशिया और फिर 19 दिसंबर को जापान से भिड़ेगी।
पूल चरण से शीर्ष चार टीमें सेमीफाइनल में पहुंचेंगी जो 21 दिसंबर को खेले जायेंगे। इसके बाद फाइनल 22 दिसंबर को होगा।वर्ष 2018 में मस्कट में हुए पिछले चरण में भारत और पाकिस्तान संयुक्त विजेता रहे थे क्योंकि लगातार बारिश के कारण फाइनल रद्द कर दिया गया था।(भाषा)