क्रिकेट समते यह 5 खेल भी होंगें ओलंपिक 2028 में शामिल

Webdunia
सोमवार, 16 अक्टूबर 2023 (16:49 IST)
अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (IOC) ने लॉस एंजिल्स 2028 ओलंपिक खेलों में क्रिकेट (टी20) सहित बेसबॉल-सॉफ्टबॉल, फ्लैग फुटबॉल, लैक्रोस और स्क्वैश को शामिल किये जाने की सोमवार को औपचारिक घोषणा की।आईओसी के 141वें सत्र की बैठक में समिति ने आज महिला पुरुष क्रिकेट (T20) बेसबॉल-सॉफ्टबॉल, फ्लैग फुटबॉल, लैक्रोस और स्क्वैश को लॉस एंजिल्स में 2028 ओलंपिक खेल में शामिल किये जाने को लेकर आईओसी सदस्यों मतदान किया।

आईओसी के अध्यक्ष थॉमस बाख ने कहा कि समिति के 99 सदस्यों में से केवल दो सदस्यों ने पांच खेलों को लॉस एंजिल्स ओलंपिक 2028 में शामिल किये जाने के प्रस्ताव का विरोध किया और एक ने मतदान में भाग नहीं लिया। पांचों खेलों को शामिल किये जाने की घोषणा के साथ ही ये खेल लॉस एंजिल्स ओलंपिक 2028 खेल के कार्यक्रम का हिस्सा होंगे। इसके पहले 1900 के ओलंपिक में केवल एक बार क्रिकेट खेला गया था। आईओसी ने सीमित ओवरों के क्रिकेट के महिला और पुरुष ट्वेंटी-20 फॉर्मेट को शामिल किये जाने की मंजूरी दी गई है।

फ्लैग फुटबॉल अमेरिका और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तेजी से बढ़ रहा है, पांच टीमों के लिए अमेरिकी फुटबॉल का एक गैर-संपर्क संस्करण है।बेसबॉल-सॉफ्टबॉल को हाल ही में टोक्यो 2020 के ओलंपिक कार्यक्रम में शामिल किया गया था, जहां मेज़बान जापान ने दोनों स्वर्ण पदक जीते थे।

लैक्रोस स्टिक और लैक्रोस बॉल के साथ खेला जाता है । यह कनाडा और उत्तरी अमेरिका में खेला जाता है। यह उत्तरी अमेरिका का सबसे पुराना संगठित खेल है, जिसकी उत्पत्ति उत्तरी अमेरिका के स्वदेशी लोगों के साथ 12वीं शताब्दी में हुई थी।स्क्वैश एक रैकेट खेल है जिसे दो खिलाड़ी (युगल के लिए चार खिलाड़ी) एक छोटी गेंद से चार दीवारों वाले कोर्ट में खेला जाता है।(एजेंसी)<>

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

लीड्स की हार का एकमात्र सकारात्मक पहलू: बल्लेबाजी में बदलाव पटरी पर

ICC के नए टेस्ट नियम: स्टॉप क्लॉक, जानबूझकर रन पर सख्ती और नो बॉल पर नई निगरानी

बर्फ से ढंके रहने वाले इस देश में 3 महीने तक फुटबॉल स्टेडियमों को मिलेगी 24 घंटे सूरज की रोशनी

The 83 Whatsapp Group: पहली विश्वकप जीत के रोचक किस्से अब तक साझा करते हैं पूर्व क्रिकेटर्स

क्या सुनील गावस्कर के कारण दिलीप दोषी को नहीं मिल पाया उचित सम्मान?

अगला लेख