ब्रिस्बेन:ऐश बार्टी ने ऑस्ट्रेलियाई ओपन के रूप में अपना तीसरा ग्रैंडस्लैम जीतने के दो महीने के अंदर बुधवार को टेनिस से संन्यास ले लिया।बार्टी की उम्र केवल 25 वर्ष है और उन्होंने विश्व में नंबर एक स्थान पर रहते हुए यह फैसला करके सबको चौंका दिया।
बार्टी ने अपने इंस्टाग्राम पर छह मिनट का वीडियो डालकर यह घोषणा की। वह बेहद भावुक थी और उनकी आवाज लड़खड़ा भी रही थी।उन्होंने कहा, मैं बहुत खुश हूं और मैं इसके लिये पूरी तरह तैयार हूं। मैं इस समय सिर्फ अपने दिल की सुन रही हूं और मैं जानती हूं कि यह सही फैसला है।
बार्टी ने कहा अब अन्य सपनों को साकार करने का समय आ गया है। उन्होंने कहा कि वह अब खुद को वह सब करने के लिये मजबूर महसूस नहीं करती जो उसकी नजर में टेनिस में सर्वश्रेष्ठ बनने के लिये जरूरी है।
बार्टी ने अपनी पूर्व युगल जोड़ीदार केसी डेलाक्वा के साथ एक अनौपचारिक साक्षात्कार के दौरान कहा, यह पहली बार है जब मैंने वास्तव में सार्वजानिक तौर पर यह बात कही और हाँ, यह कहना मुश्किल है।
उन्होंने कहा, मेरे अंदर वह शारीरिक ताकत, वह इच्छाशक्ति और वे सब चीजें नहीं हैं जो शीर्ष स्तर पर खुद को चुनौती देने के लिये आवश्यक होती हैं।
2014 में रही थी 2 साल टेनिस से दूर
यह पहला अवसर नहीं है जबकि बार्टी ने इस तरह से टेनिस को छोड़ा। वह 2011 में 15 साल की उम्र में विंबलडन जूनियर चैंपियन बनी और उनका करियर शानदार नजर आ रहा था लेकिन उन्होंने 2014 में थकान, दबाव और लंबी यात्राओं के कारण स्वयं को दो साल तक खेल से दूर रखा।
वह ऑस्ट्रेलिया में इस बीच पेशेवर क्रिकेट खेलने लगी, लेकिन बाद में उन्होंने फिर से रैकेट थामा और अपने खेल में वापसी की।
बार्टी ने तीन अलग अलग कोर्ट पर ग्रैंडस्लैम टूर्नामेंट जीते। उन्होंने 2019 में क्ले कोर्ट पर फ्रेंच ओपन, पिछले साल ग्रास कोर्ट पर विंबलडन और इस वर्ष हार्ड कोर्ट पर ऑस्ट्रेलियाई ओपन का खिताब जीता। वह पिछले 44 वर्षों में ऑस्ट्रेलियाई ओपन जीतने वाली पहली ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी बनी थी।
उन्होंने एकल में 15 टूर स्तर के खिताब जीते। इसके अलावा उनके नाम पर 12 युगल खिताब भी दर्ज हैं। वह कुल 121 सप्ताह तक विश्व में नंबर एक रैंकिंग पर रही जिनमें पिछले 114 सप्ताह भी शामिल हैं। बार्टी ने जो पिछले 26 मैच खेले उनमें से 25 में जीत दर्ज की।
वह नंबर एक रैंकिंग पर रहते हुए संन्यास लेने वाली दूसरी खिलाड़ी बन गयी हैं। उनसे पहले जस्टिन हेनिन ने मई 2008 में नंबर एक पर रहते हुए टेनिस को अलविदा कह दिया था।(एपी)