लंदन। विश्व के नंबर 1 खिलाड़ी नोवाक जोकोविच ने शुक्रवार को यहां 4 सेटों तक चले कड़े मुकाबले में राबर्टो बातिस्ता आगुट को 6-2, 4-6, 6-3, 6-2 से हराकर 6ठी बार विंबलडन टेनिस टूर्नामेंट के फाइनल में प्रवेश किया। जोकोविच 25वीं बार किसी ग्रैंडस्लैम टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंचे हैं। वे अब तक 15 बार खिताब जीतने में सफल रहे हैं।
विंबलडन में 4 बार के चैंपियन सर्बियाई खिलाड़ी को फाइनल में रोजर फेडरर और राफेल नडाल के बीच होने वाले मैच के विजेता से भिड़ना होगा। विंबलडन फाइनल में जोकोविच का रिकॉर्ड 4-1 का है। उन्हें एकमात्र पराजय 2013 में एंडी मरे से झेलनी पड़ी थी। जोकोविच का फेडरर के खिलाफ 25-22 और नडाल पर 28-26 का रिकॉर्ड है।
जोकोविच ने बाद में कहा कि यह मेरे लिए उल्लेखनीय रहा तथा एक और फाइनल में पहुंचना सपना सच होने जैसा है। राबर्टो पहली बार ग्रैंडस्लैम के सेमीफाइनल में खेल रहा था और वह वास्तव में अभिभूत नहीं था। इस 32 वर्षीय खिलाड़ी ने कहा कि तीसरे सेट के पहले 4-5 गेम काफी करीबी रहे जिन्हें कोई भी जीत सकता था। सौभाग्य से वे मेरे पक्ष में गए।
जोकोविच ने अच्छी शुरुआत की लेकिन स्पेन के 23वें वरीयता प्राप्त आगुट ने जल्द ही लय हासिल कर ली। जोकोविच ने पहले सेट के शुरू में ही आगुट की सर्विस तोड़ दी थी और फिर आखिरी गेम में भी ब्रेक प्वॉइंट लेकर यह सेट आसानी से अपने नाम किया।
आगुट ने हालांकि दूसरे सेट में अच्छी वापसी की। उन्होंने तीसरे गेम में जोकोविच की सर्विस तोड़कर 2-1 से बढ़त ली। स्पेन के इस खिलाड़ी को 5वें गेम में भी 2 ब्रेक प्वॉइंट मिले लेकिन वह उसका फायदा नहीं उठा पाया। आगुट ने हालांकि शुरुआती बढ़त का फायदा उठाया और अपनी सर्विस पर यह सेट जीतकर मैच बराबरी पर ला दिया।
जोकोविच ने इसके बाद अपने अनुभव का अच्छा इस्तेमाल किया। उन्होंने तीसरे सेट में भी 2 बार ब्रेक प्वॉइंट बचाए। इस शीर्ष वरीयता प्राप्त सर्बियाई खिलाड़ी ने 6ठे गेम में आगुट की सर्विस तोड़कर 4-2 से बढ़त बनाई और अगले गेम में 2 ब्रेक प्वॉइंट बचाकर स्पेनिश खिलाड़ी की वापसी की उम्मीदों पर पानी फेरा।
चौथे सेट में जोकोविच शुरू से ही हावी हो गए और उन्होंने आगुट को कोई मौका नहीं दिया। यह अलग बात है कि उन्होंने 5वें मैच प्वॉइंट पर जीत दर्ज की।