गोल्ड कोस्ट। राष्ट्रमंडल खेलों में लगातार तीसरा स्वर्ण पदक जीतने वाले पहलवान सुशील कुमार के गुरु महाबली सतपाल ने कहा है कि उनके शिष्य ने एक बार फिर खुद को चैंपियन साबित किया। सुशील का मुकाबला देखने गोल्ड कोस्ट पहुंचे सतपाल ने सुशील के स्वर्ण जीतने के बाद कहा, तीन साल बाद वापसी करना आसान नहीं होता है।
सुशील ने अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों से बाहर रहने के बावजूद अपनी ट्रेनिंग कभी नहीं छोड़ी थी और वे खुद को फिट रखे हुए थे। सुशील का एक ही लक्ष्य था गोल्ड कोस्ट में देश के लिए स्वर्ण पदक जीतना। पद्मभूषण से सम्मानित सतपाल ने कहा, आप सुशील के चारों मुकाबले देखें, उन्होंने अपने किसी भी विपक्षी को मैट पर टिकने नहीं दिया और विरोधी पहलवानों को एक भी अंक नहीं लेने दिया।
सुशील जब मैट से बाहर थे तो आलोचकों ने उन पर काफी सवाल उठाए थे, लेकिन मुझे अब लगता है कि सुशील ने इन सभी सवालों का जवाब दे दिया है। सुशील का मुकाबला देखने के लिए उनकी पत्नी सवि और उनके जुड़वां बेटे भी मौजूद थे।
सुशील ने स्वर्ण जीतने के बाद भारतीय कोच राजीव तोमर के साथ हाथों में तिरंगा लिए हुए मैट का चक्कर लगाया और भारतीय समर्थकों का अभिवादन किया। उन्होंने फिर अपने गुरु सतपाल के पास जाकर उनका आशीर्वाद लिया। कुश्ती में पहले दिन दो स्वर्ण सहित चार पदक जीतने के भारतीय पहलवानों के प्रदर्शन की सराहना करते हुए सतपाल ने कहा कि उन्हें पूरी उम्मीद है कि सभी 12 भारतीय पहलवान इस बार पदक हासिल करेंगे।
सतपाल ने कहा, मुझे इस बात कि बहुत ख़ुशी है कि सुशील मुझसे बहुत आगे निकल गए हैं। मैंने राष्ट्रमंडल खेलों में लगातार तीन रजत जीते थे, लेकिन सुशील ने लगातार तीन स्वर्ण जीत लिए हैं। मुझे लगता है कि वे अब खुद को आगामी एशियाई खेलों और ओलंपिक के लिए तैयार करेंगे। (वार्ता)