नीदरलैंड्स की लगातार तीसरी जीत

Webdunia
शुक्रवार, 25 जून 2010 (08:06 IST)
PTI
क्लास जॉन हुंटेलार के अंतिम लम्हों में दागे गोल की मदद से नीदरलैंड्स ने फीफा विश्व कप के ग्रुप ई मैच में कैमरुन को 2-1 से हराकर लगातार तीसरी जीत दर्ज की।

नॉकआउट के लिए पहले ही क्वालीफाई कर चुके नीदरलैंड्स की ओर से रोबिन वान पर्सी (36वें मिनट) और हुंटेलार (83वें मिनट) ने गोल किया जबकि कैमरुन की ओर से सैमुअल ईटो (65वें मिनट) ने पेनल्टी पर गोल दागा।

यह मैच दोनों टीमों के लिए महज औपचारिकता था क्योंकि नीदरलैंड्स पहले ही नॉकआउट में जगह बना चुका था और इस मैच के बाद कैमरुन की घर वापसी तय थी।

नीदरलैंड्स अब प्री क्वार्टर फाइनल में 28 जून को स्लोवाकिया से भिड़ेगा जो ग्रुप एफ में दूसरे स्थान पर रहते हुए नॉकआउट में पहुँचा। ग्रुप ई से जापान भी अंतिम 16 में जगह बनाने में सफल रहा जिसने एक अन्य मैच में रूस्टेनबर्ग में डेनमार्क को 3-1 से हराया।

नीदरलैंड्स ने ग्रीन प्वाइंट स्टेडियम में तेज शुरुआत की जबकि कैमरुन ने भी उसे कड़ी टक्कर दी। वान पर्सी ने 36वें मिनट में डर्क क्यूत और राफेल वान डेर वार्ट के बेहतरीन मूव पर मिले पास पर गेंद को कब्जे में लेने के बाद दाईं छोर पर कैमरुन के दो डिफेंडरों को छकाया और फिर इसे गोलकीपर हामीदू सोलेमनाउ के पैरों के बीच से गोल के अंदर पहुँचाकर यूरोपीय टीम को बढ़त दिला दी।

नीदरलैंड्स की ओर से राफेल वान डेर वार्ट ने निशाने पर शाट मारा लेकिन सोलेमनाउ ने उनके प्रयास को नाकाम कर दिया। कैमरुन के डिफेंडर आरेलीन चेदजू ने इसके बाद नीदरलैंड्स के एक और हमले को नाकाम किया। चेदजू हालाँकि शुरुआती टीम में शामिल नहीं थे लेकिन आर्सेनल के एलेक्स सांग के नहीं आने पर उन्होंने अंतिम लम्हें में मौका मिला।

कैमरुन ने भी तेज शुरुआत की और कुछ मूव बनाकर नीदरलैंड्स को बैकफुट पर लाने की कोशिश की। मिडफील्डर जीन माकून ने 11वें मिनट में बेनाइट आसाउ इकोटो के शानदार क्रास पर टीम को बढ़त दिलाने का मौका मिला लेकिन वह गेंद को बाहर मार गए। मध्यांतर तक नीदरलैंड्स की टीम 1-0 से आगे रही।

दूसरे हॉफ की शुरुआत में ही वान पर्सी को स्कोर 2-0 करने का मौका मिला और वह कैमरुन के दो डिफेंडरों को छकाते हुए गोलमुख के समीप पहुँचे लेकिन इस बार सोलेमनाउ ने चपलता दिखाते हुए उनके दमदार शाट को अपने हाथों में थाम लिया।

नीदरलैंड्स की टीम दूसरे हाफ में जहाँ लगातार हावी हो रही थी वहीं कैमरुन को मौके बनाने के लिए जूझना पड़ रहा था। लेकिन इसी बीच कप्तान ईटो ने तीन डिफेंडरों को छकाते हुए अच्छा मूव बनाया लेकिन गेंद को बाहर मार बैठे।

कैमरुन को इसके बाद बेहतरीन मौका मिला जब जेरेमी का शाट वान डेर वार्ट की बाँह से टकरा गया और रैफरी ने पेनल्टी किक दे दी। ईटो ने बड़े धर्य के साथ इसे गोल में पहुँचाकर कैमरुन को 1-1 की बराबरी दिला दी। कैमरुन के अनुभवी डिफेंडर रिगोबर्ट सांग 73वें मिनट में मैदान में उतरे और चार विश्व कप में खेलने वाले अफ्रीका के पहले खिलाड़ी बने।

नीदरलैंड्स के स्टार विंगर आर्येन रोबेन को भी दक्षिण अफ्रीका विश्व कप में पहली बार उतरने का मौका मिला जब वह वान डेर वार्ट की जगह लेने आए। वह माँसपेशियों में खिंचाव के कारण पहले दो मैचों में नहीं खेल पाए थे।

रोबेन मैदान पर उतरते ही छा गए। उन्होंने दाएँ छोर से डिफेंडरों को छकाते हुए दमदार शाट मारा जो गोल पोस्ट से टकराकर बाहर आया लेकिन इसे हुंटेलार ने आसानी ने गोल के अंदर भेजकर नीदरलैंड्स की जीत सुनिश्चित की। (भाषा)

Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

WTC Cycle में भारत का सबसे खराब प्रदर्शन, कुल 10 मैच भी नहीं जीत पाई टीम इंडिया

भारतीय टेस्ट टीम का भविष्य: बल्लेबाजी से ज्यादा चिंताजनक स्थिति गेंदबाजी की

रोहित शर्मा और रविंद्र जड़ेजा आखिरी बार टेस्ट क्रिकेट खेल चुके हैं

विराट कोहली का 'Ego' प्रॉब्लम? नहीं छोड़ पा रहे ऑफ स्टंप की गेंद, सचिन से सीख लेने का सही वक्त

अर्जुन पुरस्कार मेरा मजाक उड़ाने वालों को जवाब है: पैरा शटलर नित्या