काले सागर के तट पर स्थित सोच्चि को इन खेलों के आयोजन के लिए 50 अरब डॉलर की भारी-भरकम लागत से सजाया-संवारा गया है, जो कि अब तक किसी भी ओलंपिक पर खर्च की गई सबसे बड़ी राशि है।
रूस 1991 में सोवियत संघ के विघटन के बाद पहली बार ओलंपिक खेलों की मेजबानी कर रहा है। इससे पहले सोवियत रूस ने 1980 में ग्रीष्मकालीन ओलंपिक की मेजबानी की थी।
दरअसल राष्ट्रपति पुतिन इन खेलों के माध्यम से रूस की आधुनिक तस्वीर दुनिया को दिखाना चाहते हैं लेकिन समलैंगिकों के खिलाफ देश में पारित कानून, सुरक्षा कारणों, होटलों और अन्य सुविधाओं की कमी तथा सोच्चि में आवारा कुत्तों को मारे जाने के मुद्दों ने रूस को आलोचकों के निशाने पर ला दिया था।
सोच्चि के पास स्थित मुस्लिम बहुल उत्तरी काकेशस क्षेत्र के चरमपंथियों ने इन खेलों को निशाना बनाने की धमकी दी है। इसके मद्देनजर सोच्चि में सभी खेल स्थलों पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं और यहां तैनात 37000 सुरक्षाकर्मियों को हाईअलर्ट पर रखा गया है।
आतंकवादियों की किसी भी साजिश को नाकाम करने के लिए रूस के साथ पश्चिमी देशों की सुरक्षा एजेसियां भी मिलकर काम कर रही हैं। अमेरिका ने काले सागर में अपने दो जहाज तैनात किए हैं, ताकि वह किसी भी आपात स्थिति में अपने नागरिकों को यहां से निकाल सके।
सोच्चि शीतकालीन ओलंपिक खेलों के आयोजकों ने दावा किया है कि ये खेल भविष्य के मेजबानों के लिए एक शानदार मानक स्थापित करेंगे। स्थानीय आयोजन समिति के अध्यक्ष दिमित्री चेर्नीशेको ने कहा, हम शानदार खेलों का आयोजन करेंगे। रूस ने भविष्य के मेजबानों के लिए एक शानदार उदाहरण पेश किया है। (वार्ता)