सानिया और सोमदेव के पदक पक्के

Webdunia
शनिवार, 20 नवंबर 2010 (19:32 IST)
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भारतीय टेनिस स्टार सानिया मिर्जा ने आज यहाँ उलटफेर करते हुए दूसरी वरीय तमारिन तानासुगर्ण को हराकर एशियाई खेलों की महिला एकल और फिर मिश्रित युगल स्पर्धा के सेमीफाइनल में प्रवेश किया जिससे भारत ने शनिवार को टेनिस स्पर्धा में तीन पदक पक्के किए।

गैर वरीय सानिया थाईलैंड की तानासुगर्ण को 6-2, 6-2 से हराकर महिला एकल के अंतिम चार में पहुँचकर कम से कम काँस्य पदक सुनिश्चित कर लिया।

फिर इस भारतीय ने विष्णु वर्धन के साथ मिश्रित युगल स्पर्धा में भी सेमीफाइनल में स्थान पक्का कर दिया क्योंकि ताइपै की जोड़ी चिया जंग चुआंग और यि चु हुआन ने मैच के बीच में रिटायर होने का फैसला किया।

पहला सेट 2-6 से गँवाने के बाद छठी वरीय भारतीय जोड़ी ने दूसरे में वापसी करते हुए 6-4 से सेट अपने नाम किया। निर्णायक सेट में वे 1-0 से आगे थे तभी ताइपै जोड़ी ने हटने का फैसला किया। इससे पहले सोमदेव देववर्मन ने भी सनम सिंह के साथ मिलकर पुरुष युगल के अंतिम चार में जगह बनाई।

दोहा एशियाड की रजत पदक विजेता दुनिया की 166वें नंबर की भारतीय खिलाड़ी ने एकल स्पर्धा में अपने दमदार शॉट से बाजी मारी। वहीं कभी दुनिया की शीर्ष 20 खिलाड़ियों में शामिल रही तानासुगर्ण भारतीय खिलाड़ी के खिलाफ जूझती दिखी।

सानिया ने पहले गेम में छह ब्रेक प्वाइंट बचाने के बाद धीरे-धीरे मैच पर दबदबा बना लिया जो एक घंटे और 27 मिनट चला।

सानिया अब सेमीफाइनल में तीसरी वरीय और दुनिया की 69वें नंबर की उज्बेकिस्तान की अकगुल अमानमुरादोवा से भिड़ेंगी। पुरुष टीम स्पर्धा में काँस्य पदक जीतने वाले सोमदेव और सनम की भारतीय जोड़ी ने क्वार्टर फाइनल में यान बाई और झांग जे की चीनी जोड़ी को 6-2, 6-4 से हराया।

सोमदेव और करण रस्तोगी भी पुरुष एकल के अंतिम आठ में पहुँचने में सफल रहे। दूसरे वरीय सोमदेव ने तीसरे दौर में उज्बेकिस्तान के 16वें वरीय वाजा उजाकोव को सीधे सेटों में सिर्फ 39 मिनट में 6-1, 6-1 से हराया।

सोमदेव ने मैच के बाद कहा कि मेरा प्रतिद्वंद्वी प्रतिभावान खिलाड़ी है। मुझे अपने खेल पर ध्यान देना पड़ा। मैंने अच्छी सर्विस की। मैं अपने प्रदर्शन से खुश हूँ। भारतीय खिलाड़ी अगले दौर में चीन के झांग जे से भिड़ेगा जिनकी विश्व रैंकिंग 307 है।

सोमदेव ने कहा कि मेरे पास अच्छा मौका है। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि मुझे अगले दौर में किसका सामना करना है। दुनिया के 105वें नंबर के खिलाड़ी सोमदेव को उजाकोव के खिलाफ कोई दिक्कत नहीं हुई और उन्हें बेहद आसानी से मैच अपने नाम किया। सोमदेव ने पहले सेट तीसरे, पाँचवें और सातवें गेम में उज्बेकिस्तान के खिलाड़ी की सर्विस तोड़कर सिर्फ 21 मिनट में पहला सेट जीता।

दूसरे सेट में सोमदेव विरोधी पर और अधिक हावी हो गए और उन्होंने सिर्फ 18 मिनट में यह सेट और मैच अपने नाम कर लिया। भारतीय खिलाड़ी ने इस दौरान चौथे और छठे गेम में विरोधी की सर्विस तोड़ी। दूसरी तरफ चोट के बाद वापसी कर रहे सातवें वरीय करण ने चीनी ताइपे के 10वें वरीय टी चेन को 6-0, 6-4 से शिकस्त दी।

करण ने भी काफी आक्रामक शुरुआत की। इस सातवें वरीय खिलाड़ी ने दूसरे, चौथे और छठे गेम में चेन की सर्विस तोड़कर सिर्फ 24 मिनट में पहला सेट अपने नाम किया।

चेन ने दूसरे सेट में हालाँकि करण को कड़ी टक्कर देते हुए पहले गेम में ही उनकी सर्विस तोड़ी। करण ने आठवें गेम में चेन की सर्विस तोड़कर 4-4 से बराबरी हासिल की और फिर 10वें गेम में एक बार फिर विरोधी की सर्विस तोड़कर सेट और मैच जीत लिया।

करण को क्वार्टर फाइनल में शीर्ष वरीय और दुनिया के 40वें नंबर के उज्बेकिस्तान के डेनिस इस्तोमिन का सामना करना है।

करण ने अगले मैच के बारे में कहा कि वह शीर्ष वरीय है। मैं कोर्ट पर उतरकर सिर्फ अपने खेल का लुत्फ उठाना चाहता हूँ। किसे पता क्या हो जाए। सोमदेव और करण अगर एक-एक मैच जीतने में सफल रहते हैं तो एकल स्पर्धा में उनके पदक पक्के हो जाएँगे। (भाषा)

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