मुंबई। रूस-यूक्रेन संकट के और गहराने एवं अमेरिकी फेड रिजर्व के ब्याज दरों में तेज वृद्धि करने के रुख से एशियाई बाजार के कमजोर रुख से निराश निवेशकों की आईटी, टेक, वित्त, दूरसंचार, बैंकिंग और रियल्टी समेत चौदह समूहों में बिकवाली से शेयर बाजार में आज हाहाकार मच गया।
बीएसई का तीस शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 1172.19 अंक लुढ़ककर करीब एक माह के निचले स्तर और 58 हजार अंक के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे 57,166.74 अंक पर आ गया। इससे पहले सेंसेक्स इस वर्ष 21 मार्च मार्च को 57,292.49 अंक पर रहा था। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 302.00 अंक का गोता लगाकर 17,173.65 अंक पर रहा।
दिग्गज कंपनियों की तरह बीएसई की छोटी और मझौली कंपनियों पर भी बिकवाली हावी रही। मिडकैप 0.95 प्रतिशत की गिरावट लेकर 24,747.35 अंक और स्मॉलकैप 1.01 प्रतिशत टूटकर 29,223.81 अंक पर आ गया।
इस दौरान बीएसई में कुल 3670 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ, जिनमें से 2062 में बिकवाली जबकि 1462 में लिवाली हुई वहीं 146 में कोई बदलाव नहीं हुआ। इसी तरह एनएसई में 26 कंपनियां लाल जबकि 24 हरे निशान पर रहीं।
इस दौरान बीएसई के 14 समूह में गिरावट जबकि शेष पांच में तेजी रही। आईटी 4.76, टेक 4.60, वित्त 2.12, दूरसंचार 1.77, हेल्थकेयर 0.76, बैंकिंग 1.68, कैपिटल गुड्स 0.64 और रियल्टी समूह के शेयर 1.21 प्रतिशत गिरे।
वैश्विक बाजार में मिलाजुला रुख रहा। ब्रिटेन का एफटीएसई 0.47, जर्मनी का डेक्स 0.62 और हांगकांग का हैंगसैंग 0.67 प्रतिशत चढ़ गया जबकि जापान का निक्केई 1.08 और चीन का शंघाई कंपोजिट 0.49 प्रतिशत टूट गया।(वार्ता)