Hanuman Chalisa

Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia

दूर हुए अनिश्चितता के बादल, शेयर बाजार 9 माह के शीर्ष स्तर पर, क्या है निवेशकों का प्लान?

Advertiesment
हमें फॉलो करें share market

नृपेंद्र गुप्ता

, शनिवार, 28 जून 2025 (12:46 IST)
Share market review: इजराइल ईरान युद्ध के खत्म होने, अमेरिकी और चीन में व्यापार समझौता होने तथा भारत और अमेरिका के बीच ट्रेड डील की बढ़ती संभावनाओं से जून के आखिरी हफ्ते में संशय के बादल पूरी तरह छंट गए। अब सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ही पिछले 9 माह के शीर्ष स्तर पर है। निवेशकों का भरोसा भारतीय शेयर बाजार पर एक बार फिर बढ़ता नजर आ रहा है। जानिए आने वाले हफ्ते में कैसा रहेगा मार्केट ट्रैंड और क्या करें निवेशक?
 
कैसी रही सेंसेक्स और निफ्टी की चाल : ईरान के तीन प्रमुख परमाणु प्रतिष्ठानों पर अमेरिकी बमबारी से हफ्ते के पहले दिन भारतीय शेयर बाजार में भारी गिरावट आई। सेंसेक्स 511 अंक फिसल गया जबकि निफ्टी में 140 अंक से अधिक का नुकसान रहा। मंगलवार को ईरान और इजरायल के बीच युद्धविराम की खबरों के बीच मुनाफावसूली ने बाजार को भारी बढ़त से रोक दिया। सेंसेक्स 158.32 अंक की बढ़त के साथ 82,055.11 अंक पर रहा तो निफ्टी 72.45 अंक के लाभ से 25,044.35 अंक बंद हुआ।
 
बुधवार को शेयर बाजार में निवेशकों ने जमकर लिवाली की। सेंसेक्स 700.40 अंक चढ़कर 82,755.51 अंक पर रहा तो निफ्टी 200.40 अंक की बढ़त के साथ 25,244.75 अंक पर जा पहुंचा। गुरुवार को सेंसेक्स 1,000.36 अंक की लंबी छलांग के साथ 83,755.87 अंक पर बंद हुआ। निफ्टी भी 304.25 अंक के लाभ से 25,549 अंक पर जा पहुंचा। हफ्ते के आखिरी दिन सेंसेक्स 303.03 अंक चढ़कर 84,058.90, एनएसई निफ्टी 88.80 अंक मजबूत होकर 25,637.80 अंक पर बंद हुआ।
 
इन फैक्टर्स ने बदली बाजार की चाल : ईरान और इजराइल के बीच युद्धविराम के बाद पश्चिम एशिया में तनाव कम होने से भारतीय शेयर बाजार में संशय के बादल छंट गए। कच्चे तेल की कीमतों में नरमी और डॉलर के मुकाबले रुपये में आई मजबूती ने भी निवेशकों को घरेलू वृद्धि पर ध्यान केंद्रित करने के लिए प्रभावित किया है।

भारतीय शेयर बाजार कुलाचें भरते हुए मात्र 4 सत्रों में नई ऊंचाई की ओर अग्रसर हो गया। बाजार में बनी सकारात्मक निवेश धारणा से सेंसेक्स में जहां 2162 अंकों के उछाल से 84,000 के स्तर को पार कर गया वहीं निफ्टी भी 664 अंक बढ़कर 25600 पार हो गया। तनाव खत्म होने के संकेत मिलते ही निवेशकों का उत्साह चरम पर पहुंच गया और उन्होंने अपने पसंदीदा शेयरों में जमकर लिवाली ली। पिछले कुछ हफ्तों में जिन कंपनियों के र्क्वाटर रिजल्ट बेहतर आए थे उनमें निवेशकों ने काफी दिलचस्पी दिखाई। 4 दिन की तेजी में बाजार पूंजीकरण भी 12.26 लाख करोड़ रुपए बड़ गया। 
 
कैसा रहेगा अगला हफ्ता : इधर ट्रंप ने चीन से ट्रेड डील की घोषणा कर दी है। अमेरिकी राष्‍ट्रपति ने दावा किया कि भारत से भी जल्द ही बड़ा व्यापार समझौता हो जाएगा। इन 2 बड़ी घोषणाओं से निवेशकों ने राहत की सांस ली है। बाजार फंडामेंटल्स काफी मजबूत है, निवेशक बड़ी कंपनियों में दिलचस्पी दिखा रहे हैं। FII और DII दोनों ही निवेश के लिए बेकरार है। ऐसे में जल्द ही सेंसेक्स और निफ्टी एक बार फिर ऑल टाइम हाई हो सकते हैं। उम्मीद है कि अब भारतीय शेयर बाजार जल्द ही नई ऊंचाई की ओर अग्रसर होंगे।   
 
रिलायंस इंडस्ट्रीज का बाजार पूंजीकरण फिर 20 लाख करोड़ के पार : रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर में गुरुवार को करीब 2 प्रतिशत की तेजी आई और कंपनी का बाजार पूंजीकरण (मार्केट कैप) एक बार फिर 20 लाख करोड़ रुपए के आंकड़े को पार कर गया। बीएसई पर कंपनी का शेयर 1.90 प्रतिशत की तेजी के साथ 1,495.20 रुपये पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 2.14 प्रतिशत चढ़कर 1,498.70 रुपए पर पहुंच गया था। एनएसई पर रिलायंस इंडस्ट्रीज का शेयर 1.90 प्रतिशत चढ़कर 1,495.30 रुपए पर पहुंच गया। इससे कंपनी का बाजार मूल्यांकन 37,837.9 करोड़ रुपए बढ़कर 20,23,375.31 करोड़ रुपए हो गया। बाजार मूल्यांकन के मामले में कंपनी सबसे मूल्यवान घरेलू कंपनी है। 

12,500 करोड़ के आईपीओ को 16.69 गुना अभिदान : एचडीएफसी बैंक की अनुषंगी कंपनी एचडीबी फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड की आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) को शुक्रवार को बोली के अंतिम दिन तक 16.69 गुना अभिदान मिला। एनएसई पर उपलब्ध विवरण के अनुसार, आईपीओ के लिए पेश 13,04,42,855 शेयरों के मुकाबले 2,17,67,62,140 शेयरों के लिए बोलियां प्राप्त हुईं। पात्र संस्थागत खरीदारों (क्यूआईबी) के हिस्से को 55.47 गुना, जबकि गैर-संस्थागत निवेशकों की श्रेणी को 9.99 गुना अभिदान मिला। खुदरा व्यक्तिगत निवेशकों (आरआईआई) के हिस्से को 1.41 गुना अभिदान मिला।
 
क्या कहते हैं विशेषज्ञ : शेयर बाजार एक्सपर्ट सतीश इंदानी के अनुसार, शेयर बाजार इस समय बेहद मजबूत स्थिति में है। फंडामेंटल्स मजबूत हैं और निवेशक लगातार लिवाली कर रहे हैं। अगर अंतरराष्‍ट्रीय स्तर पर कोई नकारात्मक खबर नहीं आती है तो बाजार के एक बार फिर ऑल टाइम हाई होने की संभावना है। हालांकि उन्होंने ट्रंप के लगातार बदलते बयानों पर चिंता भी जताई।
 
उन्होंने निवेशकों से कहा कि भारतीय शेयर बाजार का भविष्य अच्छा है। घबराने की आवश्यकता नहीं है। छोटी कंपनियों में निवेश के बजाए अच्छे मजबूत फंडामेंटल्स वाले शेयर पकड़िए। छोटे मोटे करेक्शन आते रहेंगे, इससे घबराने की आवश्यकता नहीं है। 

बाजार विशेषज्ञ सागर अग्रवाल ने बताया कि जून का आखिरी हफ्ता बाजार के लिए जबरदस्त रहा। अनिश्चितता के सारे बादल छंट गए और सकारात्मकता की नई बयार आई। ट्रंप ने भारत के साथ जो बहुत बड़ी डील करने की घोषणा की है इससे न सिर्फ देश का इंपोर्ट और एक्सपोर्ट बढ़ेगा। बल्कि एफआईआई भी भारतीय बाजारों में बड़े निवेश के लिए प्रेरित होंगे।
 
उन्होंने कहा कि शेयर बाजार अपने ऑल टाइम हाई से मात्र 2.5 फीसदी नीचे हैं। एफआईआई, डीआईआई के साथ ही रिटेल निवेशक भी लिवाली कर रहे हैं। जल्द ही इस स्तर को भी ब्रेक कर सकता है। फिलहाल सभी सेक्टरों में ग्रोथ की अच्छी संभावनाएं दिखाई दे रही है।  
अस्वीकरण : यह लेख केवल सूचना के उद्देश्य से है। यह कोई निवेश सलाह नहीं है। किसी भी निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श जरूर लें।

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

कांग्रेस का सरकार पर आरोप, अर्थव्यवस्था आगे बढ़ने का नाम नहीं ले रही, निजी कॉर्पोरेट निवेश लगातार सुस्त