पहलगाम आतंकी हमले से दहशत में निवेशक, शेयर बाजार को सता रही है भारत पाक युद्ध की चिंता
ट्रंप टैरिफ से उबर रहे बाजार को आतंकी हमले से लगा बड़ा झटका, क्या करेंगे निवशक?
Share market in April 4th week : मार्केट की बात में इस हफ्ते हम बात करेंगे भारतीय शेयर बाजार की चाल की। शेयर बाजार के लिए अप्रैल का चाल की। यह हफ्ता कैसा रहा? शेयर बाजार एक्सपर्ट्स से बात कर हमने जाना कि कौन से सेंटिमेंट्स सेंसेक्स और निफ्टी पर कैसा असर डाल रहे हैं। शेयर बाजार किस दिशा में आगे बढ़ रहा है और विदेशी निवेशकों का रुख कैसा रहेगा?
कैसी रही सेंसेक्स और निफ्टी की चाल : अप्रैल के तीसरे हफ्ते में भारतीय शेयर बाजार ट्रंप टैरिफ से मुक्ति का जश्न मना रहा था। इस हफ्ते भी भारतीय शेयर बाजारों की शुरुआत शानदार रही। हफ्ते के 5 में से पहले 3 दिन शेयर बाजार प्लस में रहे। बुधवार को सेंसेक्स 4 माह बाद एक बार फिर 80000 के पार जा पहुंचा।
इस बीच पहलगाम में आतंकी हमला हो गया। इसके बाद भारत एक्शन में आई गई। भारत और पाकिस्तान की सरकारों ने एक दूसरे पर कई तरह के प्रतिबंध लगा दिए। इससे भारत तथा पाकिस्तान के बीच बढ़े तनाव से बाजार की चाल फिर बदल गई। अंतिम 2 दिन सेंसेक्स और निफ्टी में गिरावट दर्ज की गई। शुक्रवार को सेंसेक्स एक बार फिर 80,000 से नीचे पहुंच गया। रिलायंस, मारुति और एक्सिस बैंक समेत कई बड़ी कंपनियों के र्क्वाटर रिजल्ट काफी सकारात्मक आए हैं।
क्या कहते हैं एक्सपर्ट : बाजार विशेषज्ञ सागर अग्रवाल ने कहा कि शेयर बाजार के लिए यह हफ्ता बेहद निराशानजक रहा। पहलगाम में आतंकी हमले और इसके बाद मंडरा रहे भारत पाकिस्तान युद्ध के खतरे ने निवेशकों को एक बार फिर अनिश्चितता के दलदल में धकेल दिया है। ट्रंप टैरिफ से राहत मिलने के बाद
भारतीय शेयर बाजारों में आई तेजी से निवेशक नुकसान से उबरने लगे थे। पर्यटकों पर हुए इस हमले से ना सिर्फ टूरिज्म इंडस्ट्री बल्कि शेयर बाजार को भी बड़ा झटका लगा। निवेशकों की धारणा भी प्रभावित हुई है।
उन्होंने कहा कि पिछले हफ्ते सेंसेक्स, निफ्टी जैसे इंडेक्सों में जितनी तेजी आई, उतनी शेयरों में नहीं दिखाई दी। लेकिन जब आतंकी हमले के बाद बाजार गिरे तो शेयरों में भी भारी गिरावट दर्ज की गई। इस स्थिति में FII, DII और अन्य निवेशक डरेंगे। वे रिस्क नहीं लेना चाहेंगे। इससे बाजार में कैश फ्लो पर भी असर पड़ेगा।
अग्रवाल ने कहा कि कई बड़ी कंपनियों के र्क्वाटर रिजल्ट काफी सकारात्मक आए हैं। अगर भारत में अनिश्चितता की स्थिति दूर होती है तो आने वाले समय में इन कंपनियों के शेयरों में भी बढ़त दिखाई देगी।
अस्वीकरण : यह लेख केवल सूचना के उद्देश्य से है। यह कोई निवेश सलाह नहीं है। किसी भी निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श जरूर लें।