मुंबई। वैश्विक बाजारों में तेजी के बीच वित्तीय कंपनियों के शेयरों में लिवाली से बीएसई सेंसेक्स सोमवार को पहली बार 52 हजार अंक के ऊपर बंद हुआ। तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 609.83 अंक यानी 1.18 प्रतिशत उछलकर 52 हजार 235.97 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह एक समय 52 हजार 235.97 के रिकॉर्ड स्तर तक चला गया था।
इसी प्रकार, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 151.40 अंक यानी 1.0 प्रतिशत की बढ़त के साथ 15,314.70 अंक की रिकॉर्ड ऊंचाई पर बंद हुआ। सेंसेक्स के शेयरों में सर्वाधिक लाभ में एक्सिस बैंक रहा। इसमें करीब 6 प्रतिशत की तेजी आई। इसके अलावा आईसीआईसीआई बैंक, बजाज फाइनेंस, एसबीआई, इंडसइंड बैंक, एचडीएफसी और कोटक बैंक में भी तेजी रही।
दूसरी तरफ जिन शेयरों में गिरावट दर्ज की गई, उनमें डॉ. रेड्डीज, टीसीएस, टेक महिंद्रा, एचयूएल और एशियन पेंट्स शामिल हैं। आनंद राठी के इक्विटी शोध प्रमुख (फंडामेंटल) नरेंद्र सोलंकी ने कहा कि एशिया के अन्य बाजारों खासकर जापान में तेजी का असर घरेलू बाजार पर पड़ा। जापान की अर्थव्यवस्था में पिछले साल अक्टूबर-दिसंबर में सालाना आधार पर 12.7 प्रतिशत की वृद्धि की खबर से निक्की 225 पहली बार तीन दशक से भी अधिक समय में 30 हजार अंक को पार कर गया है।
उन्होंने कहा कि दोपहर के कारोबार में तेजी बनी रही। सप्ताहांत उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति के नरम होने का असर बाजार पर पड़ा। पिछले सप्ताह शुक्रवार को जारी आंकड़े के अनुसार खुदरा मुद्रास्फीति दिसंबर 2020 में 4.59 प्रतिश्त रही। यह लगातार दूसरा महीना है जब खुदरा महंगाई दर उच्च सीमा 6 प्रतिशत से नीचे है।
सरकार ने आरबीआई को 2 प्रतिशत घट-बढ़ के साथ मुद्रास्फीति 4 प्रतिशत के स्तर पर रखने का लक्ष्य दिया है। एशिया के अन्य बाजारों में जापान और दक्षिण कोरिया का कोस्पी लाभ में रहे। भारतीय समयानुसार दोपहर बाद खुलने वाले यूरोप के प्रमुख बाजारों में शुरुआती रुझान सकारात्मक था। इस बीच, वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड का भाव 1.30 प्रतिशत बढ़कर 63.24 डॉलर प्रति बैरल पर रहा।