Stock market rises for the fourth consecutive day : धातु, बिजली और चुनिंदा वाहन कंपनियों के शेयरों में तेजी के दम पर बुधवार को घरेलू शेयर बाजार के दोनों मानक सूचकांक रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गए। बीएसई सेंसेक्स में 286 अंक की बढ़त रही, जबकि एनएसई निफ्टी 94 अंक चढ़कर बंद हुआ। इस तरह घरेलू शेयर बाजार लगातार चौथे सत्र में बढ़त के साथ बंद हुए। इस दौरान बाजार ने नए रिकॉर्ड भी बनाए हैं।
बीएसई का 30 शेयरों वाला सूचकांक सेंसेक्स 285.94 अंक यानी 0.35 प्रतिशत बढ़कर अपने अब तक के उच्चतम 81,741.34 अंक पर बंद हुआ। दिन में कारोबार के दौरान सेंसेक्स एक समय 372.64 अंक उछलकर 81,828.04 अंक के अपने सर्वकालिक उच्चस्तर पर पहुंचा था। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का सूचकांक निफ्टी 93.85 अंक यानी 0.38 प्रतिशत बढ़कर 24,951.15 अंक के सर्वकालिक उच्चस्तर पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान इसमें एक समय 127.3 अंक की बढ़त दर्ज की गई थी।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, निफ्टी 25,000 के मनोवैज्ञानिक स्तर को पार करने का प्रयास कर रहा है। जहां जून तिमाही में कंपनियों के कमजोर नतीजे और बढ़ा हुआ मूल्यांकन चुनौती दे रहा है वहीं इसे सकारात्मक वैश्विक रुझान और क्षेत्रों में बदलाव रफ्तार दे रहे हैं।
उन्होंने कहा कि मध्यम अवधि में अमेरिकी फेडरल रिजर्व और रिजर्व बैंक के ब्याज दर चक्र को सुगम बनाने की उम्मीदों से भी बाजार धारणा मजबूत हो रही है। सेंसेक्स की कंपनियों में जेएसडब्ल्यू स्टील, एशियन पेंट्स, मारुति सुजुकी इंडिया, एनटीपीसी, अदाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकनॉमिक जोन, भारती एयरटेल, आईटीसी और टेक महिंद्रा प्रमुख लाभ में रहीं।
दूसरी तरफ रिलायंस इंडस्ट्रीज, टाटा मोटर्स, इंफोसिस, महिंद्रा एंड महिंद्रा, बजाज फाइनेंस और एक्सिस बैंक के शेयरों में गिरावट रही। एशिया के अन्य बाजार बढ़त के साथ बंद हुए। यूरोप के अधिकांश बाजार बढ़त के साथ कारोबार कर रहे थे। मंगलवार को अमेरिकी बाजार मिलेजुले रुख के साथ बंद हुए थे। वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 1.88 प्रतिशत बढ़कर 80.51 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।
शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने मंगलवार को 5,598.64 करोड़ रुपए के शेयरों की शुद्ध बिकवाली की। मंगलवार को सेंसेक्स 99.56 अंक बढ़कर 81,455.40 अंक पर और निफ्टी 21.20 अंक चढ़कर 24,857.30 अंक पर बंद हुआ था। (भाषा)
Edited By : Chetan Gour